मैनपुरी। फर्जी शिक्षकों को लेकर इस बार बेसिक शिक्षा विभाग गंभीर है। इस
बार नई तैनाती वाले शिक्षकों के अभिलेखों के सत्यापन के लिए परीक्षा नियामक
प्राधिकारी से लिखित रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही शिक्षकों
का वेतन जारी करने के लिए हरी झंडी दी जाएगी।
हाल ही में हुई 41 हजार शिक्षक भर्ती में जिले में भी 564 शिक्षकों की
तैनाती हुई थी। इनमें से 561 शिक्षकों को स्कूलों में तैनाती भी मिल चुकी
है।
इसके बाद अब विभाग इन शिक्षकों के अभिलेखों के सत्यापन कर रहा है। इस बार केवल ऑनलाइन सत्यापन से ही काम नहीं चलेगा, विभाग प्रमाणपत्र जारी करने वाली अथॉरिटी को पत्र भेजकर लिखित में अभिलेखों का सत्यापन करा रहा है। इसके चलते शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाणपत्र ऑनलाइन सत्यापित होने के बाद अब परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज को भेजे गए हैं। इसके लिए सूची व अभिलेख भेजकर उनकी सत्यापन रिपोर्ट मांगी गई है। पहले कई बार ऑनलाइन सत्यापन के बाद भी अभिलेख फर्जी मिल चुके हैं, इसलिए विभाग कोई गलती नहीं करना चाहता है। जब तक सभी अभिलेखों का सत्यापन नहीं हो जाता है तो तब तक शिक्षकों को वेतन जारी नहीं किया जाएगा।
31 शिक्षक मिले थे फर्जी
दो साल पहले तत्कालीन बीएसए रामकरन यादव ने शिक्षकों के अभिलेखों की जांच कराई थी। इसमें 31 शिक्षकों के टेट प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए थे। इन सभी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद से लगातार फर्जीवाड़े सामने आते रहे हैं। बीएड फर्जीवाड़े में भी 81 शिक्षक सामने आए थे, हालांकि अब तक इन शिक्षकों को बर्खास्त नहीं किया जा सका है।
2010 के बाद की भर्तियों की चल रही है जांच
शिक्षक भर्तियों में फर्जीवाड़े की जांच अभी थमी नहीं है। शासन के निर्देश के बाद जिले में 2010 के बाद हुई सभी शिक्षक भर्तियों की जांच चल रही है। इसमें दो हजार से अधिक शिक्षक जांच के दायरे में हैं। हाल ही में बीएसए ने सभी शिक्षकों के अभिलेख एकत्रित कर जांच के लिए जिलाधिकारी को भेजे थे। हालांकि अब तक जांच पूरी नहीं हो सकी है। इस जांच में भी कई शिक्षक फर्जी हो सकते हैं।
शिक्षकों के अभिलेखों के सत्यापन में कोई लापरवाही नहीं की जाएगी। जब तक सत्यापन नहीं हो जाते हैं, तब तक शिक्षकों को वेतन जारी करने की अनुमति नहीं है।
विजय प्रताप सिंह, बीएसए, मैनपुरी।
इसके बाद अब विभाग इन शिक्षकों के अभिलेखों के सत्यापन कर रहा है। इस बार केवल ऑनलाइन सत्यापन से ही काम नहीं चलेगा, विभाग प्रमाणपत्र जारी करने वाली अथॉरिटी को पत्र भेजकर लिखित में अभिलेखों का सत्यापन करा रहा है। इसके चलते शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाणपत्र ऑनलाइन सत्यापित होने के बाद अब परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज को भेजे गए हैं। इसके लिए सूची व अभिलेख भेजकर उनकी सत्यापन रिपोर्ट मांगी गई है। पहले कई बार ऑनलाइन सत्यापन के बाद भी अभिलेख फर्जी मिल चुके हैं, इसलिए विभाग कोई गलती नहीं करना चाहता है। जब तक सभी अभिलेखों का सत्यापन नहीं हो जाता है तो तब तक शिक्षकों को वेतन जारी नहीं किया जाएगा।
31 शिक्षक मिले थे फर्जी
दो साल पहले तत्कालीन बीएसए रामकरन यादव ने शिक्षकों के अभिलेखों की जांच कराई थी। इसमें 31 शिक्षकों के टेट प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए थे। इन सभी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद से लगातार फर्जीवाड़े सामने आते रहे हैं। बीएड फर्जीवाड़े में भी 81 शिक्षक सामने आए थे, हालांकि अब तक इन शिक्षकों को बर्खास्त नहीं किया जा सका है।
2010 के बाद की भर्तियों की चल रही है जांच
शिक्षक भर्तियों में फर्जीवाड़े की जांच अभी थमी नहीं है। शासन के निर्देश के बाद जिले में 2010 के बाद हुई सभी शिक्षक भर्तियों की जांच चल रही है। इसमें दो हजार से अधिक शिक्षक जांच के दायरे में हैं। हाल ही में बीएसए ने सभी शिक्षकों के अभिलेख एकत्रित कर जांच के लिए जिलाधिकारी को भेजे थे। हालांकि अब तक जांच पूरी नहीं हो सकी है। इस जांच में भी कई शिक्षक फर्जी हो सकते हैं।
शिक्षकों के अभिलेखों के सत्यापन में कोई लापरवाही नहीं की जाएगी। जब तक सत्यापन नहीं हो जाते हैं, तब तक शिक्षकों को वेतन जारी करने की अनुमति नहीं है।
विजय प्रताप सिंह, बीएसए, मैनपुरी।