प्रयागराज, जेएनएन। अजीब संयोग है परिषदीय स्कूलों की 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती की पहले लिखित परीक्षा और अब परिणाम हाईकोर्ट के आदेश के अधीन हो गया है।
इम्तिहान के ठीक एक दिन पहले ही यह तय हो सका कि परीक्षा तय तारीख पर होगी। अब परीक्षा परिणाम के एक दिन पहले यह तय होगा कि रिजल्ट में उत्तीर्ण प्रतिशत क्या होगा?
बेसिक शिक्षा परिषद की 68500 और 69 हजार शिक्षक भर्ती का लगभग हर निर्णय कोर्ट की चौखट पर पहुंचा है। परीक्षा के पहले यूपी टीईटी 2017 के 16 प्रश्नों का जवाब का मामला सबसे पहले कोर्ट में पहुंचा। योगी सरकार ने 68500 भर्ती की लिखित परीक्षा के पहले कटऑफ अंक घटाकर 33 व 30 प्रतिशत कर दिए थे। उसे भी कोर्ट में चुनौती दी गई, कोर्ट ने पांच अगस्त 2017 को निर्णय दिया कि परिणाम शासनादेश में तय 45 व 40 प्रतिशत पर जारी होगा। रिजल्ट आया तो मूल्यांकन में गड़बड़ी को लेकर याचिका दाखिल हुई। कोर्ट की टिप्पणी के बाद ही उच्च स्तरीय जांच और पुनर्मूल्यांकन तक के निर्णय हुए। भर्ती की सीबीआइ जांच का प्रकरण फिलहाल ठंडे बस्ते में है।
अब 69 हजार भर्ती में परीक्षा के पहले टीईटी 2018 के 15 प्रश्नों के जवाब को लेकर हिमांशु कुमार व अन्य ने याचिका दाखिल की। इस मामले में पांच जनवरी को फैसला आया। सात जनवरी को शासन ने उत्तीर्ण प्रतिशत तय किया। अब उसे लखनऊ खंडपीठ मोहम्मद रिजवान व अन्य ने चुनौती दी है। इस पर निर्णय 21 जनवरी को आना है, जबकि 22 जनवरी को परीक्षा परिणाम घोषित करने की तारीख पहले से तय है। कोर्ट के फैसले से ही तय होगा कि रिजल्ट का उत्तीर्ण प्रतिशत आखिर क्या होगा?
आज आएगी संशोधित उत्तर कुंजी
69 हजार शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में पूछे गए सवालों में से 142 पर करीब 21 हजार अभ्यर्थियों ने आपत्तियां की हैं। उन आपत्तियों का परीक्षण विषय विशेषज्ञों ने किया, यह कार्य पूरा हो चुका है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय शनिवार शाम तक संशोधित उत्तर कुंजी जारी करेगा। प्रश्नों के जवाब बदलने पर ही अभ्यर्थियों के अंकों में बदलाव हो सकता है। इसकी गुंजाइश काफी कम है।
इम्तिहान के ठीक एक दिन पहले ही यह तय हो सका कि परीक्षा तय तारीख पर होगी। अब परीक्षा परिणाम के एक दिन पहले यह तय होगा कि रिजल्ट में उत्तीर्ण प्रतिशत क्या होगा?
बेसिक शिक्षा परिषद की 68500 और 69 हजार शिक्षक भर्ती का लगभग हर निर्णय कोर्ट की चौखट पर पहुंचा है। परीक्षा के पहले यूपी टीईटी 2017 के 16 प्रश्नों का जवाब का मामला सबसे पहले कोर्ट में पहुंचा। योगी सरकार ने 68500 भर्ती की लिखित परीक्षा के पहले कटऑफ अंक घटाकर 33 व 30 प्रतिशत कर दिए थे। उसे भी कोर्ट में चुनौती दी गई, कोर्ट ने पांच अगस्त 2017 को निर्णय दिया कि परिणाम शासनादेश में तय 45 व 40 प्रतिशत पर जारी होगा। रिजल्ट आया तो मूल्यांकन में गड़बड़ी को लेकर याचिका दाखिल हुई। कोर्ट की टिप्पणी के बाद ही उच्च स्तरीय जांच और पुनर्मूल्यांकन तक के निर्णय हुए। भर्ती की सीबीआइ जांच का प्रकरण फिलहाल ठंडे बस्ते में है।
अब 69 हजार भर्ती में परीक्षा के पहले टीईटी 2018 के 15 प्रश्नों के जवाब को लेकर हिमांशु कुमार व अन्य ने याचिका दाखिल की। इस मामले में पांच जनवरी को फैसला आया। सात जनवरी को शासन ने उत्तीर्ण प्रतिशत तय किया। अब उसे लखनऊ खंडपीठ मोहम्मद रिजवान व अन्य ने चुनौती दी है। इस पर निर्णय 21 जनवरी को आना है, जबकि 22 जनवरी को परीक्षा परिणाम घोषित करने की तारीख पहले से तय है। कोर्ट के फैसले से ही तय होगा कि रिजल्ट का उत्तीर्ण प्रतिशत आखिर क्या होगा?
आज आएगी संशोधित उत्तर कुंजी
69 हजार शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में पूछे गए सवालों में से 142 पर करीब 21 हजार अभ्यर्थियों ने आपत्तियां की हैं। उन आपत्तियों का परीक्षण विषय विशेषज्ञों ने किया, यह कार्य पूरा हो चुका है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय शनिवार शाम तक संशोधित उत्तर कुंजी जारी करेगा। प्रश्नों के जवाब बदलने पर ही अभ्यर्थियों के अंकों में बदलाव हो सकता है। इसकी गुंजाइश काफी कम है।