उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती की नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सभी 75 जिलों का विकल्प देना अनिवार्य होगा। बेसिक शिक्षा परिषद इस बार लागू कर रहा है, क्योंकि 68500 शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थी को केवल मनचाहे जिलों के लिए विकल्प देने का प्रावधान था। ऐसे में नौ अभ्यर्थियों का बेहतर गुणांक होने के बाद भी जिलों का विकल्प सीमित था इससे उनका चयन नहीं हो सका था। इसको ध्यान में रखकर परिषद बड़ा बदलाव कर रहा है।
बेसिक शिक्षा परिषद मुख्यालय 17 मई को नियुक्ति प्रक्रिया के लिए विज्ञप्ति जारी कर रहा है, जिसमें विस्तृत दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। यह सब शासन की ओर से तय समय सारिणी के अनुसार ही होगा। परिषद शिक्षकों की चयन प्रक्रिया में अधिकांश नियम 68500 भर्ती के ही लागू कर रहा है। इसलिए लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से उनका नाम, पिता का नाम आदि मूल विवरण नहीं भरवाया जाएगा, बल्कि सहायक अध्यापक भर्ती के आवेदनपत्र ही जिलों का विकल्प परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 1,46,060 अभ्यर्थियों से लिया जाएगा। उन्हें आवेदनपत्र में संशोधन करने का अवसर भी नहीं दिया जाएगा।इतना ही नहीं ये जिस जिले में अपने गुणांक व भारांक आदि के आधार पर नियुक्ति पाएंगे वहां से उनका तबादला भी भविष्य में नहीं होगा। इसलिए सभीको जिलों का विकल्प सतर्क होकर भरना होगा।
बेसिक शिक्षा परिषद मुख्यालय 17 मई को नियुक्ति प्रक्रिया के लिए विज्ञप्ति जारी कर रहा है, जिसमें विस्तृत दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। यह सब शासन की ओर से तय समय सारिणी के अनुसार ही होगा। परिषद शिक्षकों की चयन प्रक्रिया में अधिकांश नियम 68500 भर्ती के ही लागू कर रहा है। इसलिए लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से उनका नाम, पिता का नाम आदि मूल विवरण नहीं भरवाया जाएगा, बल्कि सहायक अध्यापक भर्ती के आवेदनपत्र ही जिलों का विकल्प परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 1,46,060 अभ्यर्थियों से लिया जाएगा। उन्हें आवेदनपत्र में संशोधन करने का अवसर भी नहीं दिया जाएगा।इतना ही नहीं ये जिस जिले में अपने गुणांक व भारांक आदि के आधार पर नियुक्ति पाएंगे वहां से उनका तबादला भी भविष्य में नहीं होगा। इसलिए सभीको जिलों का विकल्प सतर्क होकर भरना होगा।