69000 शिक्षक भर्ती मामले में आंदोलनरत छात्रों के साथ खड़ी है कांग्रेस: प्रियंका गांधी

लखनऊ. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी (All India Congress Committee General Secretary Priyanka Gandhi) पिछले कुछ महीनों से सुपर एक्टिव मोड में हैं. फिर चाहें लॉकडाउन (Lockdown) में प्रवासी मजदूरों की समस्याओं का मामला हो या उसके पहले CAA, NRC के खिलाफ प्रदर्शन के मामले हों या उन्नाव कांड या फिर कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की छात्रा अनुष्का पांडेय की हत्या का मामला हर छोटे-बड़े मुद्दे पर प्रियंका गांधी सरकार का मुखर विरोध करती नजर आई हैं.
प्रवासी मजदूरों (Migrants workers) के लिए भेजी गई कांग्रेस की बसों के मामले में सियासी पारा भी काफी गर्म हुआ. और उसके बाद महामारी अधिनियम की धाराओं व अन्य मामलों में जेल भेजे गए कांग्रेस उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की काफी प्रयासों के बावजूद अभी तक जमानत भी नहीं हो सकी है. वहीं उत्तर प्रदेश में 69,000 शिक्षकों की भर्ती के मामले ने भी काफी तूल पकड़ लिया है जिसकी तुलना प्रियंका गांधी ने मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले से की है. हालांकि इस मामले में आज हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है.

युवा छात्रों के साथ खड़े होने का संकल्प
इन सारे मुद्दों को लेकर प्रियंका गांधी ने एक बड़ा आंदोलन छेड़ने की रणनीति बनाई है जिसके तहत  आज सलाहकार समिति व रणनीति-योजना समिति के साथ उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग की. वीडियो कांफ्रेंसिंग में उत्तर प्रदेश में 69,000 शिक्षकों की भर्ती में प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार और घोटाले का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने भर्ती के खिलाफ आंदोलनरत युवा छात्रों के साथ खड़े होने का संकल्प लिया.

प्रियंका गांधी ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर फेसबुक के जरिए तीखा हमला करते हुए 69000 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की तुलना मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले (Vyapam Scam) से की थी. प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि, "69000 शिक्षक भर्ती घोटाला उप्र का व्यापम घोटाला है. इस मामले में गड़बड़ी के तथ्य सामान्य नहीं हैं. डायरियों में स्टूडेंट्स के नाम, पैसे का लेनदेन, परीक्षा केंद्रों में बड़ी हेरफेर, इन गड़बड़ियों में रैकेट का शामिल होना - ये सब दर्शाता है कि इसके तार काफी जगहों पर जुड़े हैं. मेहनत करने वाले युवाओं के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. सरकार अगर न्याय नहीं दे सकी तो इसका जवाब आंदोलन से दिया जाएगा."







प्रियंका ने आगे कहा कि 'शिक्षक भर्ती में जिस तरह से गड़बड़ियों के मामले सामने आए हैं वे चौंकाने वाले हैं. ये गड़बड़ियां पूरी व्यवस्था पर ही प्रश्नचिन्ह हैं. उप्र के युवाओं का भविष्य रौंदा जा रहा है. सरकार गड़बड़ियों से जुड़े सारे तथ्य सामने लाए ताकि युवाओं की मेहनत बेकार न जाए और भर्तियों की सही प्रणाली विकसित हो.'

प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू की रिहाई के लिए भी आंदोलन
प्रियंका ने इसके साथ ही कांग्रेस सलाहकार समिति व रणनीति-योजना समिति के साथ ही वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सरकार पर हमला तेज कर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के खिलाफ आन्दोलन कर रहे युवकों के समर्थन में उतरने का भी निर्देश दिया. वीडियो कांफ्रेंसिंग में शिक्षक भर्ती के मुद्दे के साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की रिहाई के लिए बड़ा आंदोलन खड़ा करने की रणनीति पर चर्चा हुई.