प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के सरगना केएल पटेल के करीबी चंद्रमा यादव पर भी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई।
धूमनगंज के टीपी नगर में रहने वाले चंद्रमा का पंचमलाल आश्रम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है, जिसका वह प्रबंधक है। पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि चंद्रमा के स्कूल से ही सरगना पेपर आउट करवाता था। ऐसे में अब उसके स्कूल में आयोजित दूसरी परीक्षाओं व केएल पटेल से कनेक्शन की पड़ताल शुरू कर दीगई है।
स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने आठ जनवरी 2020 को टीईटी 2019 में पेपर आउट कराने वाले हाईटेक गिरोह का भंडाफोड़ किया था। मामले में स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उनके कब्जे से 180 मोबाइल, 220 सिम और इलेक्ट्रानिक उपकरण समेत कई दस्तावेज बरामद हुए थे।
एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि टीईटी पेपर आउट कराने की सेटिंग स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव से हुई थी। योजना यह थी कि पंचमलाल आश्रम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में परीक्षा का प्रश्न पत्र पहुंचेगा तो प्रबंधक चंद्रमा के साथ एक शख्स स्ट्रांग रूम में जाकर पेपर की फोटो खींचकर दूसरे व्यक्ति को भेज देगा। फिर उसे हल करके अभ्यर्थियों को ‘आंसर की’ उपलब्ध कराई जाती। मगर इससे पहले ही पूरे गिरोह को एसटीएफ ने हिरासत में ले लिया था।
पुलिस का कहना है कि पूछताछ में केएल पटेल ने यह भी बताया था कि चंद्रमा और उसके साथियों के पकड़े जाने से उसे काफी नुकसान हुआ था। कई लोगों को पैसा भी वापस करना पड़ा था। अब इन्हीं तथ्यों की पड़ताल की जा रही है।
धूमनगंज के टीपी नगर में रहने वाले चंद्रमा का पंचमलाल आश्रम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है, जिसका वह प्रबंधक है। पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि चंद्रमा के स्कूल से ही सरगना पेपर आउट करवाता था। ऐसे में अब उसके स्कूल में आयोजित दूसरी परीक्षाओं व केएल पटेल से कनेक्शन की पड़ताल शुरू कर दीगई है।
स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने आठ जनवरी 2020 को टीईटी 2019 में पेपर आउट कराने वाले हाईटेक गिरोह का भंडाफोड़ किया था। मामले में स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उनके कब्जे से 180 मोबाइल, 220 सिम और इलेक्ट्रानिक उपकरण समेत कई दस्तावेज बरामद हुए थे।
एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि टीईटी पेपर आउट कराने की सेटिंग स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव से हुई थी। योजना यह थी कि पंचमलाल आश्रम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में परीक्षा का प्रश्न पत्र पहुंचेगा तो प्रबंधक चंद्रमा के साथ एक शख्स स्ट्रांग रूम में जाकर पेपर की फोटो खींचकर दूसरे व्यक्ति को भेज देगा। फिर उसे हल करके अभ्यर्थियों को ‘आंसर की’ उपलब्ध कराई जाती। मगर इससे पहले ही पूरे गिरोह को एसटीएफ ने हिरासत में ले लिया था।
पुलिस का कहना है कि पूछताछ में केएल पटेल ने यह भी बताया था कि चंद्रमा और उसके साथियों के पकड़े जाने से उसे काफी नुकसान हुआ था। कई लोगों को पैसा भी वापस करना पड़ा था। अब इन्हीं तथ्यों की पड़ताल की जा रही है।