परिषदीय शिक्षकों का साफ्टवेयर अब वित्त संबंधी समस्याओं से दिलाएगा निजात, शिक्षकों ने खुद के पैसे से कराया इसे तैयार

 अलीगढ़:- 

बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों ने वित्त संबंधी समस्याओं से बचने के लिए खुद ही कदम उठा लिया है। सिर्फ कदम ही नहीं उठाया बल्कि मुकाम भी हासिल कर लिया है। फंड संबंधी समस्याएं, लेखा पर्ची अपडेट न होने के अलावा तमाम वित्तीय खामियों से शिक्षकों को आए दिन जूझना पड़ता है। स्कूल से छूटने के बाद वित्त एवं लेखाधिकारी के कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं। मगर अब साफ्टवेयर के जरिए इन समस्याओं से शिक्षकों को निजात मिलेगी।


खुद के खर्च से तैयार कराया साफ्टवेयर

उत्तरप्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों व संगठन से जुड़े शिक्षकों ने खुद अपने खर्च पर करीब 50 हजार रुपये की लागत से साफ्टवेयर तैयार कराया है। इसके जरिए एक क्लिक पर शिक्षकों की वित्त संबंधी समस्याओं का समाधान किया जा सकेगा। 10 फरवरी को कृष्णांजलि में प्राथमिक शिक्षक सम्मेलन में ये अफसरों को सौंपा जाएगा व इसका उद्धाटन भी होगा। इस साफ्टवेयर के जरिए बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को लेखा पर्ची उपलब्ध हो जाएगी। जिससे शिक्षक अपने फंड के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर सकेंगे। इसके अलावा शिक्षकों को पूरे साल की सैलरी स्टेटमेंट एक क्लिक पर हासिल होगा। एनपीएस यानी न्यू पेंशन स्कीम कटौती के बाद कई समस्याएं शिक्षकों के सामने आती हैं, ये भी इस साफ्टवेयर से दूर होंगी। व्यक्तिगत अवशेष एवं सामूहिक अवशेष का पूरा ब्योरा भी एक क्लिक में उपलब्ध होगा।


खुद जीपीएफ देखने का भी करेंगे प्रयास

इस साफ्टवेयर के जरिए शिक्षक खुद अपना जीपीएफ देख सकें, इसकी व्यवस्था भी भविष्य में कराई जाएगी। अभी जीपीएफ की जानकारी न हो पाने से शिक्षकों को ये मालूम नहीं पड़ पाता कि उनका कितना फंड बना है। इसी खामी के चलते शिक्षक जगदीश के जीपीएफ अकाउंट से लाखों रुपये की धोखाधड़ी का मामला भी सामने आ चुका है। इस सबसे शिक्षकों को निजात मिलेगी।


शिक्षकों ने जुटाए रुपये

प्राथमिक शिक्षक संघ उत्तरप्रदेश से जुड़े शिक्षकों व पदाधिकारियों ने खुद राशि लगाकर करीब 50 हजार रुपये एकत्रित किए। साफ्टवेयर इंजीनियर से संपर्क कर साफ्टवेयर तैयार कराया। अब इसको अफसरों को सौंपा जाएगा। 10 फरवरी को कृष्णांजलि सभागार में इसकी कार्यप्रणाली को भी दिया जाएगा।

मिली सम्मेलन की अनुमति

प्राथमिक शिक्षक संघ ने बीएसए डा. लक्ष्मीकांत पांडेय से शिक्षक सम्मेलन करने की अनुमति ले ली है। बीएसए ने बताया कि शिक्षकों को अनुमति दी गई है। जिन शिक्षकों के 10 फरवरी को नुमाइश में शिरकत करने के दौरान वहां रखे रजिस्टर में हस्ताक्षर होंगे व जो वहां उपस्थित होंगे उनका अवकाश नहीं माना जाएगा।

इनका कहना है

शिक्षकों को वित्त संबंधी तमाम समस्याएं रहती हैं। फंड, लेखा पर्ची आदि की जानकारी नहीं मिलने से कभी-कभी शिक्षक धोखाधड़ी के शिकार भी हो जाते हैं। इन समस्याओं को दूर करने के उद्देश्य से संगठन पदाधिकारियों व शिक्षकों ने मिलकर साफ्टवेयर तैयार कराया है। इसको शिक्षक सम्मेलन में अधिकारियों को सौंपकर उद्धाटन कराया जाएगा।


- मुकेश कुमार सिंह, जिलामंत्री, उत्तरप्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ