लखनऊ : परिषदीय स्कूलों के खुलने पर बेसिक शिक्षा विभाग उन बच्चों की विद्यालय में नियमित उपस्थिति के लिए अभियान चलाएगा, जिनके नाम तो स्कूल में लिखे हैं लेकिन वे आ नहीं रहे हैं। ‘स्कूल हर दिन आएं’ (शारदा) अभियान के तहत खंड शिक्षा अधिकारी, प्रधानाध्यापक, शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक सात से 14 वर्ष तक के ऐसे बच्चों के घर जाएंगे और उनके अभिभावकों को बच्चों को
नियमित तौर पर स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगे। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस बारे में निर्देश जारी कर दिया है। नामांकित आउट ऑफ स्कूल बच्चों को निश्शुल्क दो सेट यूनिफॉर्म, किताबें, स्वेटर, जूता-मोजा व स्कूल बैग दिए जाएंगे। हर विद्यालय में आउट ऑफ स्कूल बच्चों के लिए एक नोडल अध्यापक नामित किया जाएगा। हर स्कूल में 10 से 15 फरवरी के बीच विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक कराकर नामांकित आउट ऑफ स्कूल बच्चों की सूची साझा करने और इस पर विस्तृत चर्चा करने के लिए कहा गया है। समिति के सदस्यों को भी यह जिम्मेदारी दी जाएगी कि वे ऐसे बच्चों को रोज स्कूल आने के लिए प्रेरित करें। बहु दिव्यांगता वाले बच्चों के लिए स्पेशल एजुकेटर के माध्यम से उनके घर पर ही पढ़ाई कराने का इंतजाम किया जाएगा।