कक्षा में नए तरीकों से पढ़ाने वाले शिक्षकों को अब एक मंच मिलेगा। उनके नवाचारों को पहचान दी जाएगी। सरकारी प्राइमरी स्कूलों में सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को दिलचस्प बनाने के लिए राज्य सरकार पहली बार
आइडिया फेस्टिवल 2021 करने जा रही है। राज्य स्तर पर 25 सर्वश्रेष्ठ आइडिया को पुरस्कृत किया जाएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद नए विचारों को सोचने और उस पर काम करने वालों को एक मंच पर लाने के लिए यह आयोजन कर रहा है। इस आयोजन में पांच वर्ग बनाए गए हैं। इसमें प्राइमरी व जूनियर स्कूल के शिक्षक, डायट व निजी डीएलएडकॉलेज के केवल एक प्रशिक्षु, डायट के अधिकारी व संकाय सदस्य, एससीईआरटी की विभिन्न इकाइयों के अधिकारी व संकाय इकाइयों के अधिकारी व संकाय सदस्य, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी-डीआईओएस व शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भाग ले सकेंगे। अपने आइडिया को प्रस्तुत ले सकेंगे । अपने आइडिया को प्रस्तुत करने के लिए पांच मिनट का समय दिया जाएगा, जिसमें दो मिनट उस पर सवाल जवाब करने के लिए रखे जाएंगे। ये आइडिया विद्यार्थियों के लर्निंग आउटकम की प्राप्ति, बच्चों में व्यावसायिक दक्षता के विकास में सहायक होने चाहिए। मूल्यांकन के लिए डायट में एक ज्यूरी बनेगी।
जिला व राज्य स्तर पर होगा आयोजनः यह आयोजन जिला व राज्य स्तर पर होगा। जिला स्तर पर आयोजन करके नए आइडिया छह मार्च तक भेजे जाने हैं। जिलों में इसका आयोजन फरवरी में कर लिया जाएगा और छह मार्च तक सभी पांच वर्गों के एक सर्वश्रेष्ठ आइडिया को राज्य स्तर पर भेजा जाएगा। राज्य स्तर पर हर वर्ग के सर्वश्रेष्ठ पांच यानी कुल 25 प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा।