30 दिन स्कूलों में बिताएंगे बीटीसी प्रशिक्षु
मैनपुरी, भोगांव: शिक्षक बनने की फेहरिस्त में शामिल होने के लिए बीटीसी का दो वर्षीय प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षुओं को विद्यालय के अंदर संचालित होने वाली शैक्षिक एवं अन्य गतिविधियों से रूबरू कराने के लिए शासन के निर्देश पर प्रत्येक सेमेस्टर में इंटर्नशिप को अनिवार्य कर दिया गया है। 6 महीने के एक सेमेस्टर के दौरान प्रशिक्षुओं को स्कूलों में जाकर वहां पर अलग प्रकार का ज्ञान अर्जित करना है।
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मैनपुरी, भोगांव: शिक्षक बनने की फेहरिस्त में शामिल होने के लिए बीटीसी का दो वर्षीय प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षुओं को विद्यालय के अंदर संचालित होने वाली शैक्षिक एवं अन्य गतिविधियों से रूबरू कराने के लिए शासन के निर्देश पर प्रत्येक सेमेस्टर में इंटर्नशिप को अनिवार्य कर दिया गया है। 6 महीने के एक सेमेस्टर के दौरान प्रशिक्षुओं को स्कूलों में जाकर वहां पर अलग प्रकार का ज्ञान अर्जित करना है।
बीटीसी का दो वर्षीय प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम में शासन द्वारा नए तौर
तरीकों का प्रयोग किया जा रहा है। सत्र 2013 से पहले बीटीसी के प्रशिक्षण
में प्रत्येक सेमेस्टर में प्रशिक्षुओं को परिषदीय स्कूलों में जाकर
इंटर्नशिप (आंतरिक मूल्यांकन) करने का नियम नहीं था। लेकिन अब बदले हुए
नियमों के मुताबिक प्रशिक्षुओं को हर सेमेस्टर में 30 कार्य दिवस की अवधि
स्कूलों में बितानी होगी और यहां पर स्टाफ का सहयोग कर स्कूलों में चलने
वाली गतिविधियों का अध्ययन पूरी लगन के साथ करना होगा।
स्कूलों में जाकर प्रशिक्षुओं को समस्त शैक्षिक क्रियाकलापों का अध्ययन, विद्यालय में कक्षा शिक्षण, क्रियात्मक शोध, पाठ्य पुस्तकों एवं शिक्षक संदर्शिकाओं का प्रयोग करने की विधियां सीखना पाठ्य सहगामी क्रियाकलाप सामुदायिक सहभागिता, शैक्षिक नवाचार, विद्यालय सहयोगी समितियों की बैठक में भाग लेना, अभिलेखों के रखरखाव की जानकारी जुटाई जाएगी। जनपद में इस सत्र में डायट पर लगभग 190 व प्राइवेट कॉलेजों में तकरीबन 400 से ऊपर प्रशिक्षणार्थी बीटीसी का प्रशिक्षण विशेषज्ञों की निगरानी में प्राप्त कर रहे हैं।
इन सभी को सभी सेमेस्टरों में 30 कार्य दिवस विद्यालय में जाकर बिताने होंगे। प्राचार्य आरएस बघेल ने बताया कि वर्तमान में संचालित द्वितीय सेमेस्टर के बालक वर्ग के बैच को इंटर्नशिप करा दिया गया है। जबकि बालिकाओं को इस काम के लिए सोमवार से स्कूलों में जाना होगा।
100 अंक के लिए होती है कवायद
सेमेस्टरवाइज होने वाली इंटर्नशिप में प्रशिक्षुओं को 100 अंक प्रदान करने का प्रावधान है। विभिन्न 10 गतिविधियों के 10-10 अंक निर्धारित किए गए हैं। अंक प्रदान करने के लिए आवंटित विद्यालय के प्रधानाध्यापक को मार्गदर्शक प्रपत्र भरना होता है और इसी पर अंकों का विवरण दिया जाता है। प्रशिक्षुओं को विद्यालय आवंटन में नजदीक में भेजने की सुविधा दी जाती है।
स्कूलों में जाकर प्रशिक्षुओं को समस्त शैक्षिक क्रियाकलापों का अध्ययन, विद्यालय में कक्षा शिक्षण, क्रियात्मक शोध, पाठ्य पुस्तकों एवं शिक्षक संदर्शिकाओं का प्रयोग करने की विधियां सीखना पाठ्य सहगामी क्रियाकलाप सामुदायिक सहभागिता, शैक्षिक नवाचार, विद्यालय सहयोगी समितियों की बैठक में भाग लेना, अभिलेखों के रखरखाव की जानकारी जुटाई जाएगी। जनपद में इस सत्र में डायट पर लगभग 190 व प्राइवेट कॉलेजों में तकरीबन 400 से ऊपर प्रशिक्षणार्थी बीटीसी का प्रशिक्षण विशेषज्ञों की निगरानी में प्राप्त कर रहे हैं।
इन सभी को सभी सेमेस्टरों में 30 कार्य दिवस विद्यालय में जाकर बिताने होंगे। प्राचार्य आरएस बघेल ने बताया कि वर्तमान में संचालित द्वितीय सेमेस्टर के बालक वर्ग के बैच को इंटर्नशिप करा दिया गया है। जबकि बालिकाओं को इस काम के लिए सोमवार से स्कूलों में जाना होगा।
100 अंक के लिए होती है कवायद
सेमेस्टरवाइज होने वाली इंटर्नशिप में प्रशिक्षुओं को 100 अंक प्रदान करने का प्रावधान है। विभिन्न 10 गतिविधियों के 10-10 अंक निर्धारित किए गए हैं। अंक प्रदान करने के लिए आवंटित विद्यालय के प्रधानाध्यापक को मार्गदर्शक प्रपत्र भरना होता है और इसी पर अंकों का विवरण दिया जाता है। प्रशिक्षुओं को विद्यालय आवंटन में नजदीक में भेजने की सुविधा दी जाती है।
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