परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने को शासन ने जिला बेसिक
शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारियों व जिला समन्वयकों के महीनेवार
निरीक्षण निर्धारित किए हैं। जिसके आधार पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई करके
विद्यालयों में सुधार होना चाहिए, लेकिन धरातल पर कुछ और ही है।
निर्देश के अनुसार विद्यालयों के निर्धारित निरीक्षण किए जाते हैं। जिसके बाद विभाग कार्रवाई करना भूल जाता है। कुछ से स्पष्टीकरण मांगकर छोड़ दिया जाता है। ऐसे में निरीक्षणकर्ताओं का हौसला पस्त है।
कार्रवाई न होने के चलते अंदरखाने शासन के निर्धारित निरीक्षण के अलावा अन्य निरीक्षण न करने का मन बनाया गया है।1प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन योजना, बच्चों के पंजीकरण की बात हो या फिर शिक्षक-शिक्षिकाओं की उपस्थिति की। हर काम में लापरवाही होना आम बात है। जिसकी शिकायतें शासन तक पहुंचने के बाद सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक, खंड शिक्षा अधिकारी व बीएसए के महीने में कम से कम पांच विद्यालयों के निरीक्षण निर्धारित किए हैं। सत्र की शुरुआत में ताबड़तोड़ निरीक्षण किए गए। सभी अधिकारियों ने अपने-अपने हिस्से के निरीक्षण किए। जिसके रिपोर्ट बीएसए कार्यालय में जमा भी की। पूरे सत्र में लगभग चार सौ निरीक्षण किए जा चुके हैं। पर अब तक प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई है। आलम यह है कि दिसंबर व जनवरी महीने में एक भी विद्यालय का निरीक्षण करके रिपोर्ट बीएसए कार्यालय में नहीं दी गई। खुलेआम हो रहीं अनियमितताओं पर बीएसए आनंद प्रकाश शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के आधार पर कार्रवाई की जाती है, अन्य कामों में व्यस्तता की वजह से कहीं विलंब तो संभव है पर नजरअंदाज नहीं किया जाता।
Sponsored links :
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Breaking News: सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
निर्देश के अनुसार विद्यालयों के निर्धारित निरीक्षण किए जाते हैं। जिसके बाद विभाग कार्रवाई करना भूल जाता है। कुछ से स्पष्टीकरण मांगकर छोड़ दिया जाता है। ऐसे में निरीक्षणकर्ताओं का हौसला पस्त है।
कार्रवाई न होने के चलते अंदरखाने शासन के निर्धारित निरीक्षण के अलावा अन्य निरीक्षण न करने का मन बनाया गया है।1प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन योजना, बच्चों के पंजीकरण की बात हो या फिर शिक्षक-शिक्षिकाओं की उपस्थिति की। हर काम में लापरवाही होना आम बात है। जिसकी शिकायतें शासन तक पहुंचने के बाद सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक, खंड शिक्षा अधिकारी व बीएसए के महीने में कम से कम पांच विद्यालयों के निरीक्षण निर्धारित किए हैं। सत्र की शुरुआत में ताबड़तोड़ निरीक्षण किए गए। सभी अधिकारियों ने अपने-अपने हिस्से के निरीक्षण किए। जिसके रिपोर्ट बीएसए कार्यालय में जमा भी की। पूरे सत्र में लगभग चार सौ निरीक्षण किए जा चुके हैं। पर अब तक प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई है। आलम यह है कि दिसंबर व जनवरी महीने में एक भी विद्यालय का निरीक्षण करके रिपोर्ट बीएसए कार्यालय में नहीं दी गई। खुलेआम हो रहीं अनियमितताओं पर बीएसए आनंद प्रकाश शर्मा ने बताया कि निरीक्षण के आधार पर कार्रवाई की जाती है, अन्य कामों में व्यस्तता की वजह से कहीं विलंब तो संभव है पर नजरअंदाज नहीं किया जाता।
Sponsored links :
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Breaking News: सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC