11 को हाईकोर्ट में रखी जाएगी बीएड फर्जीवाड़े की रिपोर्ट

अमर उजाला आगरा डा. बीआर यूनिवर्सिटी के बीएड सत्र 2004 की 8000 में 5332 मार्कशीट फर्जी पाए जाने के मामले में अब 11 अगस्त को उच्च न्यायालय के सामने पूरी रिपोर्ट रखी जाएगी।
एसआईटी के आला अफसरों की मीटिंग में इसका फैसला लिया गया है। दरअसल, जांच रिपोर्ट राजभवन के साथ यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को भी भेजी गई थी। 15 दिन बीत जाने पर कहीं से भी एक्शन नहीं लिया गया। एसआईटी ने सत्र का रिजल्ट निरस्त किए जाने की संस्तुति की है। इन मार्कशीट के जरिए 2500 सहायक अध्यापक बने हैं। दो लोगों की विदेशों में नौकरी लगी     है।
एसआईटी ने 2004 सत्र के सभी 8000 रोल नंबर की मार्कशीट का पता लगाया। बेसिक शिक्षा विभाग से यह जानकारी मिली कि इनमें से 2.5 हजार सहायक अध्यापक बने हैं। इनके अलावा यूनिवर्सिटी में सत्यापन के लिए आई मार्कशीट से पता चला था कि दो लोगों को विदेश में नौकरी लगी है।
इन मार्कशीट की जांच के लिए एसआईटी छह दिन यूनिवर्सिटी में डेरा डाली रही। कापियों से पता चला कि 3332 अभ्यर्थी फर्जी थे। 2000 ऐसे थे जिनकेनंबर कॉपियां चेक हो जाने के बाद बढ़ाए गए। इसी की रिपोर्ट बनाकर राजभवन और यूनिवर्सिटी को भेजी गई थी। एसआईटी के सूत्रों ने बताया कि दोनों जगह से कार्रवाई न होने पर आला अफसरों की मीटिंग हुई। इसमें तय किया गया कि 11 अगस्त को जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट के सामने रखी जाए।
बता दें, एसआईटी जांच हाईकोर्ट की निगरानी में ही चल रही है। अभी सिर्फ 2004 सत्र की जांच रिपोर्ट बनी है। जांच 2004 से 2009 तक के सभी बीएड सत्र की चल रही है।
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