..और खुल गई टीचरों की पोल, अब होगी जांच: निजी स्कूलों में मानकों को दरकिनार करके की गई भर्ती

लखनऊ: निजी स्कूलों में ऐसे शिक्षकों की भर्ती की जा रही है जो न्यूनतम योग्यता भी नहीं रखते। इसका खुलासा तब हुआ जब सरकार की ओर से माध्यमिक शिक्षकों को प्रोत्साहन राशि बांटने में जिन शिक्षकों के नाम सामने आए वह न्यूनतम योग्यताएं भी पूरी नहीं कर पा रहे थे।
आदेश के बावजूद भी स्कूल नहीं दे रहे थे ब्योरा : सपा सरकार ने निजी स्कूलों के शिक्षकों को प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की थी। इसमें उन्होंने प्रधानाचार्य से लेकर शिक्षकों के लिए अलग-अलग राशि तय की थी। घोषणा के बावजूद भी निजी स्कूल शिक्षकों की डिटेल नहीं भेज रहे थे। इस वजह से अब तक केवल छह स्कूलों
के शिक्षकों को ही प्रोत्साहन राशि दी जा सकी। सख्ती होने के बाद अब तक 150 स्कूलों से शिक्षकों की डिटेल मिल पाई है।
70 सदस्यीय जांच कमेटी बैठाई : आदेश के बाद 150 स्कूलों के शिक्षकों की लिस्ट मिलने पर जब उनकी योग्यता की पड़ताल की गई तो आधे से ज्यादा शिक्षक ऐसे निकले जो न्यूनतम अर्हताएं भी पूरी नहीं कर रहे थे। इसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक ने शिक्षकों की पड़ताल के लिए 70 सदस्यीय जांच कमेटी बैठा दी है। इस कमेटी में एक राजकीय और प्राइवेट स्कूल के शिक्षक शामिल हैं। अब यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि निजी स्कूल पैसे कमाने के चक्कर में छात्रों के भविष्य के साथ किस कदर खिलवाड़ कर रहे हैं।

sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines