फिरोजाबाद। बायोमैट्रिक हाजिरी नहीं लगाने वाले शिक्षकों
का वेतन रुक गया है। करीब आधा दर्जन कालेजों के शिक्षक बायोमैट्रिक से
हाजिरी नहीं लगा रहे थे। जबकि शासन के स्पष्ट आदेश है कि इंटर कालेजों में
बायोमैट्रिक से हाजिरी लगाना जरुरी है। वेतन रुकने पर शिक्षा विभाग में
खलबली मच गई है।
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद
योगी सरकार ने शुरू में ही इंटर कालेजों में बायोमैट्रिक मशीन एवं सीसीटीवी
कैमरे लगवाने की अनिवार्यता कर दी थी। ताकि शिक्षक नियमित रूप से स्कूल
आएं और शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बन सके। यह आदेश राजकीय और अशासकीय के साथ
प्राइवेट स्कूलों के लिए भी था।
प्राइवेट स्कूलों में सख्ती से पालन हुआ, लेकिन अशाकीस स्कूलों में बायोमैट्रिक का जिला सहित पूरे प्रदेश में शिक्षक संगठनों ने विरोध किया। शासन एवं प्रशासन की सख्ती से आधा दर्जन स्कूलों के करीब सौ शिक्षकों का अक्तूबर माह का वेतन रोक दिया है। शिक्षक नेताओं के स्कूल के वेतन रुक जाने से शिक्षकों में खलबली मची है। डीआईओएस रितु गोयल का कहना है कि बिना बायोमैट्रिक मशीन के वेतन जारी नहीं होगा। स्कूलों को नोटिस भी दिए। शासन की मंशा के अनुसार ही हम कार्य करेंगे।
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प्राइवेट स्कूलों में सख्ती से पालन हुआ, लेकिन अशाकीस स्कूलों में बायोमैट्रिक का जिला सहित पूरे प्रदेश में शिक्षक संगठनों ने विरोध किया। शासन एवं प्रशासन की सख्ती से आधा दर्जन स्कूलों के करीब सौ शिक्षकों का अक्तूबर माह का वेतन रोक दिया है। शिक्षक नेताओं के स्कूल के वेतन रुक जाने से शिक्षकों में खलबली मची है। डीआईओएस रितु गोयल का कहना है कि बिना बायोमैट्रिक मशीन के वेतन जारी नहीं होगा। स्कूलों को नोटिस भी दिए। शासन की मंशा के अनुसार ही हम कार्य करेंगे।
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