बलरामपुर। फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी हथियाने वाले 11
शिक्षकों पर बेसिक शिक्षा महकमा ने वेतन रोक दिया है। विश्वविद्यालय से
डिग्री का मिलान करने के दौरान फर्जी होने का खुलासा हुआ है। बेसिक शिक्षा
महकमा ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को लेटर भेजकर मामले के संबंध में सूचना
उपलब्ध कराई है। फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर अब
शासन स्तर से कार्रवाई की जाएगी।
बीएसए रमेश यादव ने गुरुवार को
बताया कि जिले में तैनात 11 शिक्षकों के डॉ. भीम राव अंबेडकर विश्वविद्यालय
आगरा के बीएड सत्र 2004-05 के परिणामों में फर्जी होने का खुलासा हुआ है।
विश्वविद्यालय की रिपोर्ट के आधार पर फर्जी डिग्री वाले सभी शिक्षकों का
वेतन तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है। प्राथमिक विद्यालय मीरपुर खास
रेहरा बाजार के शिक्षक विजय नरायन त्रिपाठी ने औरईया जनपद, प्राथमिक
विद्यालय विश्रामपुर श्रीदत्तगंज की शिक्षिका सरिता वर्मा, प्राथमिक
विद्यालय खगईजोत प्रथम सदर की शिक्षिका अंजूलता, प्राथमिक विद्यालय
खम्हरिया सदर के शिक्षिका स्नेहलता, प्राथमिक विद्यालय भकिया पचपेड़वा के
शिक्षक जीतेंद्र सिंह व प्राथमिक विद्यालय धनखरपुर पचपेड़वा के शिक्षक
सूरजभान वर्मा ने बनारस जनपद, प्राथमिक विद्यालय महुआ नवीन गैसड़ी के
शिक्षक राम सुमिरन व प्राथमिक विद्यालय दौलताबाद गैडास बुजुर्ग के शिक्षक
निशांत सिंह ने मैनपुरी जनपद में स्थानांतरण करा लिया है। प्राथमिक
विद्यालय महुआ इब्राहिम प्रथम की शिक्षिका चंपा अग्रवाल, पूर्व माध्यमिक
विद्यालय धवाई पचपेड़वा के शिक्षक सुरेंद्र पाल सिंह व प्राथमिक विद्यालय
विशुनपुर पिपरहवा तुलसीपुर के शिक्षक रवींद्र कुमार वर्मा की तैनाती जनपद
में है। गैर जनपद में स्थानांतरित शिक्षकों के खिलाफ फर्जी डिग्री होने के
संबंध में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश इलाहाबाद को पत्र भेजा गया
है। जनपद में तैनात फर्जी डिग्री वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर
दी गई है।
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