छुट्टी पर चल रहे शिक्षकों थमाई वापसी की 'नोटिस'

जागरण संवाददाता, उन्नाव : निकाय चुनाव की घोषणा से पूर्व अवकाश पर गए शिक्षकों को वापस बुलाने का फरमान प्रशासन ने जारी कर दिया है। यहां शिक्षकों का कोई बहाना भी नहीं सुना जाएगा।
यदि वह बीमार हैं तो उसका प्रमाण लेकर सीडीओ या डीएम के सामने प्रस्तुत हो। इससे पहले उन्हें संबंधित खंड व जिला शिक्षा अधिकारी मुलाकात करनी होगी। हालांकि, इसमें मातृत्व अवकाश को दूर रखा गया है।
गौरतलब है कि परिषदीय व माध्यमिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों की ड्यूटी निकाय चुनाव में लगाई जा रही है। चुनाव आयोग द्वारा जारी गाइड लाइन के तहत ड्यूटी कार्यक्रम तय हो रहे हैं। जिले स्तर पर शुरू हुई कार्यवाही में शिक्षा विभाग की व्यवस्थाएं पहले से दुरुस्त नहीं मिली। यहां चुनाव ड्यूटी के आदेश हुए तो ज्यादातर शिक्षक अवकाश पर नजर आए। यह सारे अवकाश डीएम के आदेश के बाद से रद करना बीएसए ने रद करना शुरू किया है। शिक्षकों को फोन करके वापस बुलाया जा रहा है या फिर उनके पते पर नोटिस भेजी जा रही है।
लापरवाह शिक्षकों की बन रही सूची
शिक्षा महकमे में लापरवाह रवैया अपनाने वाले शिक्षकों की सूची भी भी कार्य हो रहा है। दूसरे कार्यों में व्यस्त बताकर नोटिस से दूरी बनाने वाले शिक्षकों पर प्रशासन कार्रवाई तय करेगा। एक सप्ताह में जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय को अवकाश से लौटे शिक्षकों का पूरा डाटा प्रशासन को देना है। समय रहते कार्य हो सके इसके लिए नोटिस पर नोटिस जारी हो रही है।
कोई बहाना अवकाश को लेकर सुना नहीं जा रहा है। विकास खंडवार शिक्षकों की सूची तलब करते हुए नोटिस जारी किया जा रहा है।

- नसरीन फारुकी, प्रभारी बीएसए
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