लखीमपुर: बेसिक शिक्षा विभाग लोगों को साक्षर बनाने के लिए भारत
साक्षरता परीक्षा के आयोजन की तैयारी में लगा है। इसके लिए बैठकें आयोजित
की जा रही हैं। खंड शिक्षा अधिकारियों को इस परीक्षा के आयोजन के लिए बीएसए
ने दिशा निर्देश जारी किए हैं।
भारत सरकार शत प्रतिशत लोगों को साक्षर बनाने के लिए प्रति वर्ष दो बार साक्षरता परीक्षा का आयोजन कराती है। इस बार भी 21 अगस्त को भारत साक्षरता परीक्षा का आयोजन किया जाना है।
इसमें विशेष रूप से सांसद आदर्श गांवों को साक्षर बनाना है। इसके लिए न सिर्फ लक्ष्य का आवंटन किया गया है बल्कि निर्धारित बजट की धनराशि भी जिला लोक शिक्षा समिति को भेजी जा चुकी है। साक्षरता परीक्षा में भाग लेने वाले शिक्षार्थियों को प्रति शिक्षार्थी नीला और काला कलम दिया जाएगा। इसके लिए प्रति शिक्षार्थी प्रति कलम ढाई रुपए की दर से धन आवंटित किया गया है। मूल्यांकन करता के लिए लाल कलम दिए जाएंगे। परीक्षा पंजियन व उत्तर पुस्तिका के लिए प्रति परीक्षार्थी व्यवस्था की गई है। प्रश्नोत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए प्रति परीक्षार्थी ढाई रुपये की दर से भुगतान किया जाएगा। डाटा इंट्री पंजीकरण के लिए प्रति परीक्षार्थी तीन रुपए का व्यय होगा। जिला एवं ब्लाक के लिए उत्तर पुस्तिका के लिए धन, उत्तर पुस्तिकाओं को ब्लाक स्तर पर पै¨कग सामग्री के लिए धन का आवंटन किया गया है। इसके अलावा जिला व ब्लाक स्तर पर आकस्मिक धन उपलब्ध कराया जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अभी तक जिले स्तर पर हुईं भारत साक्षरता परीक्षा में कापियों के अलावा किसी अन्य सामग्री का वितरण नहीं किया गया है। जबकि प्रत्येक वर्ष भारत साक्षर परीक्षा के लिए करीब 32 लाख रुपये आते हैं। इस बार भी 32 लाख की रुपये की धनराशि इस परीक्षा के आयोजन के लिए बेसिक शिक्षा विभाग को प्राप्त हो चुकी है। इस परीक्षा के आयोजन की तैयारियों में बेसिक शिक्षा विभाग लगा हुआ है। ग्राम स्तर पर निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए एक महिला व एक पुरुष तैनात किए गए हैं। इन्हें प्रति माह दो हजार रुपये मानदेय का भुगतान किया जा रहा है।
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भारत सरकार शत प्रतिशत लोगों को साक्षर बनाने के लिए प्रति वर्ष दो बार साक्षरता परीक्षा का आयोजन कराती है। इस बार भी 21 अगस्त को भारत साक्षरता परीक्षा का आयोजन किया जाना है।
इसमें विशेष रूप से सांसद आदर्श गांवों को साक्षर बनाना है। इसके लिए न सिर्फ लक्ष्य का आवंटन किया गया है बल्कि निर्धारित बजट की धनराशि भी जिला लोक शिक्षा समिति को भेजी जा चुकी है। साक्षरता परीक्षा में भाग लेने वाले शिक्षार्थियों को प्रति शिक्षार्थी नीला और काला कलम दिया जाएगा। इसके लिए प्रति शिक्षार्थी प्रति कलम ढाई रुपए की दर से धन आवंटित किया गया है। मूल्यांकन करता के लिए लाल कलम दिए जाएंगे। परीक्षा पंजियन व उत्तर पुस्तिका के लिए प्रति परीक्षार्थी व्यवस्था की गई है। प्रश्नोत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए प्रति परीक्षार्थी ढाई रुपये की दर से भुगतान किया जाएगा। डाटा इंट्री पंजीकरण के लिए प्रति परीक्षार्थी तीन रुपए का व्यय होगा। जिला एवं ब्लाक के लिए उत्तर पुस्तिका के लिए धन, उत्तर पुस्तिकाओं को ब्लाक स्तर पर पै¨कग सामग्री के लिए धन का आवंटन किया गया है। इसके अलावा जिला व ब्लाक स्तर पर आकस्मिक धन उपलब्ध कराया जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा अभी तक जिले स्तर पर हुईं भारत साक्षरता परीक्षा में कापियों के अलावा किसी अन्य सामग्री का वितरण नहीं किया गया है। जबकि प्रत्येक वर्ष भारत साक्षर परीक्षा के लिए करीब 32 लाख रुपये आते हैं। इस बार भी 32 लाख की रुपये की धनराशि इस परीक्षा के आयोजन के लिए बेसिक शिक्षा विभाग को प्राप्त हो चुकी है। इस परीक्षा के आयोजन की तैयारियों में बेसिक शिक्षा विभाग लगा हुआ है। ग्राम स्तर पर निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए एक महिला व एक पुरुष तैनात किए गए हैं। इन्हें प्रति माह दो हजार रुपये मानदेय का भुगतान किया जा रहा है।
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