फिर एक साल का हो सकता है बीएड , एनसीटीई ने 31 अक्तूबर तक मांगे सुझाव

बैचलर ऑफ एजूकेशन (बीएड) की पढ़ाई फिर एक साल की होगी। इस सिलसिले में नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजूकेशन (एनसीटीई) ने 31 अक्तूबर तक सुझाव मांगे हैं। शिक्षक, स्टूडेंट और कॉलेज संचालक वेबसाइट ncte.nic.in पर जाकर अपने सुझाव दे सकते हैं।
यह बदलाव शैक्षिक सत्र 2017-18 से लागू किया जा सकता है।
बीएड की पढ़ाई पहले एक साल की थी लेकिन एनसीटीई ने शैक्षिक सत्र 2016-17 से बदलाव कर दिया। बीएड की पढ़ाई दो साल और चार सेमेस्टर (एक सेमेस्टर छह महीने) की हो गई है। एनसीटीई का तर्क था कि शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार होगा। हालांकि इस तर्क को कालेज संचालकों ने सिरे से खारिज कर दिया। उत्तर प्रदेश स्व वित्तपोषित एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी और संयोजक डॉ. बृजेश भदौरिया ने एनसीटीई चेयरमैन को पत्र भी लिखा और कहा कि बीएड की एडमिशन प्रक्रिया बाधित है।
यूपी के कालेजों में बीएड की करीब 80 हजार सीटें खाली हैं। यह समस्या बीएड की पढ़ाई दो साल किए जाने से हुई है। इसका संज्ञान चेयरमैन ने लिया है। अब बीएड की पढ़ाई की समयसीमा रिव्यू की जा रही है। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि एनसीटीई का रुख सकारात्मक है। बीएड की पढ़ाई फिर एक साल की हो सकती है।

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