TET पास करने से नहीं चलेगा काम देनी होगी और परीक्षा
जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने दी जानकारी
शिक्षामित्रों के आगे एक और बड़ी चुनौती हुई खड़ी
आगरा- शिक्षामित्रों को योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक और बड़ा झटका दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग में टीचरों की भर्ती के लिए अब TET (Teacher Eligibility Test) पास कर चुके छात्रों के सामने एक और चुनौती आ गई है। इस चुनौती का सामना शिक्षामित्रों को भी करना होगा। इन अभ्यर्थियों को अब नौकरी पाने के लिए एक लिखित परीक्षा भी देनी होगी। उसके बाद शिक्षकों की भर्ती के लिए जो मेरिट लिस्ट तैयार होगी उसमें अभ्यर्थियों के शैक्षिक गुणांक और लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों को भी जोड़ा जाएगा। इस खबर से शिक्षामित्रों के होश उड़े हुए हैं। जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने कहा कि इस जानकारी के बाद शिक्षामित्र बैचेन हैं।
शिक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि अगर इस प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी मिल जाती है। तो टीईटी पास शिक्षा मित्रों को भी सहायक अध्यापक बनने के लिए लिखित परीक्षा देनी होगी। उन्होंने बताया कि शिक्षा का अधिकार कानून लागू होने के बाद 1 से 8वीं कक्षा तक के टीचरों की भर्ती के लिए अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) अनिवार्य कर दी गई है। साथ ही प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में प्राइमरी टीचरों की भर्ती के लिए छात्र के पास ग्रेजुएशन और बीटीसी की डिग्री होना जरूरी है।
शिक्षा मित्रों को मिलेगा 25 अंक तक वेटेज, पर वो पर्याप्त नहीं जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि यूपी सरकार ने समायोजित शिक्षा मित्रों को उनके मूल पद पर वापस करने का एलान किया था। वहीं शिक्षा मित्रों को शिक्षक भर्ती में अधिकतम 25 अंक तक वेटेज देने पर सहमति जतायी है। इसके लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली में संशोधन का प्रस्ताव पांच सितंबर को हुई योगी सरकार की कैबिनेट बैठक में पेश किया गया था।
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शिक्षामित्रों के आगे एक और बड़ी चुनौती हुई खड़ी
आगरा- शिक्षामित्रों को योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक और बड़ा झटका दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग में टीचरों की भर्ती के लिए अब TET (Teacher Eligibility Test) पास कर चुके छात्रों के सामने एक और चुनौती आ गई है। इस चुनौती का सामना शिक्षामित्रों को भी करना होगा। इन अभ्यर्थियों को अब नौकरी पाने के लिए एक लिखित परीक्षा भी देनी होगी। उसके बाद शिक्षकों की भर्ती के लिए जो मेरिट लिस्ट तैयार होगी उसमें अभ्यर्थियों के शैक्षिक गुणांक और लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों को भी जोड़ा जाएगा। इस खबर से शिक्षामित्रों के होश उड़े हुए हैं। जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने कहा कि इस जानकारी के बाद शिक्षामित्र बैचेन हैं।
शिक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि अगर इस प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी मिल जाती है। तो टीईटी पास शिक्षा मित्रों को भी सहायक अध्यापक बनने के लिए लिखित परीक्षा देनी होगी। उन्होंने बताया कि शिक्षा का अधिकार कानून लागू होने के बाद 1 से 8वीं कक्षा तक के टीचरों की भर्ती के लिए अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) अनिवार्य कर दी गई है। साथ ही प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में प्राइमरी टीचरों की भर्ती के लिए छात्र के पास ग्रेजुएशन और बीटीसी की डिग्री होना जरूरी है।
शिक्षा मित्रों को मिलेगा 25 अंक तक वेटेज, पर वो पर्याप्त नहीं जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर ने बताया कि यूपी सरकार ने समायोजित शिक्षा मित्रों को उनके मूल पद पर वापस करने का एलान किया था। वहीं शिक्षा मित्रों को शिक्षक भर्ती में अधिकतम 25 अंक तक वेटेज देने पर सहमति जतायी है। इसके लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली में संशोधन का प्रस्ताव पांच सितंबर को हुई योगी सरकार की कैबिनेट बैठक में पेश किया गया था।
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