सुल्तानपुर. शिक्षा
मित्रों को एक बार फिर से मौका मिलने जा रहा है। जिले में शिक्षक पात्रता
परीक्षा के लिए में 11 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। यह परीक्षा 15 अक्तूबर
को दो पालियों में होगी।
प्राथमिक के 5,143 तथा उच्च प्राथमिक के 7,375
अभ्यर्थियों को मिलाकर 12,518 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। प्रथम
पाली की परीक्षा सुबह 10 से 12.30 बजे तक तथा दूसरी पाली की परीक्षा
अपराह्न 2.30 से पांच बजे तक होगी। आठ केन्द्रों पर एक पाली तथा 11
केन्द्रों पर दो पाली में होगी परीक्षा होगी। जिला प्रशासन की ओर से तीन
सुपर जोनल, पांच जोनल तथा 11 पर्यवेक्षक बनाए गए हैं। नकल रोकने के लिए तीन
उड़ाका दल बनाए गए हैं
11 परीक्षा केंद्र बनाए गए
11 परीक्षा केन्द्रों में केश कुमारी
जीजीआईसी परीक्षा केन्द्र पर दूबेपुर के बीईओ एसबी सिंह को पर्यवेक्षक
बनाया गया है। इसी तरह जीआईसी में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भदैया के
प्रधानाचार्य डॉ. राजकरन, केएनआईपीएसएस में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय
के प्रधानाचार्य श्याम करन, राणा प्रताप पीजी कालेज में जीआईसी महराजगंज के
प्रधानाचार्य अंशुमान सिंह, महात्मा गांधी स्मारक इण्टर कालेज में बीईओ
कुड़वार संजय यादव, महाराणा प्रताप इण्टर कालेज उतुरी में राजकीय उच्च
माध्यमिक विद्यालय जूड़ूपुर के प्रधानाचार्य सिराजुद्दीन अहमद सिद्दीकी,
हनुमत इण्टर कालेज धम्मौर में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के सहायक
लेखाधिकारी अजय कुमार गुप्त, सर्वोदय इण्टर कालेज लम्भुआ में बीईओ अश्वनी
सिंह, जीजीआईसी भदैया में बीईओ भदैया पंकज यादव, जीजीआईसी कादीपुर में बीईओ
अखण्ड नगर गुलाब चन्द्र तथा नेशनल इण्टर कालेज कादीपुर में राजकीय उच्च
माध्यमिक विद्यालय केनौरा के प्रधानाचार्य विजय प्रकाश मौर्य को पर्यवेक्षक
बनाया गया है।
परीक्षार्थियों को परीक्षा के दौरान आनलाइन फोटोयुक्त पहचान पत्र के साथ प्रशिक्षण योग्यता से सम्बंधित प्रमाणपत्र तथा अंतिम निर्गत अंकपत्र की मूल प्रति अपने साथ लाना अनिवार्य होगा। इसके बगैर प्रवेश नहीं लिया जाएगा। परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट पश्चात पहुंचने पर परीक्षार्थी का प्रवेश नहीं होगा। परीक्षा की अवधि में केन्द्र के बाहर परीक्षार्थी नहीं जा सकेगा। यहां तक कक्ष निरीक्षक भी विशेष परिस्थिति में पर्यवेक्षक की अनुमति से केन्द्र के बाहर जा सकेंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि कोषागार में रखे प्रश्नपत्र को मजिस्ट्रेट की देखरेख में परीक्षा के दिन निकाला जाएगा। इस दौरान इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। मजिस्ट्रेट व पर्यवेक्षक की देखरेख में परीक्षा केन्द्र पर प्रश्नपत्र का बंडल फाड़ा जाएगा। इस दौरान वीडियोग्राफी के साथ इसकी सीडी भी बनाई जाएगी।
तीन सचल दल करेंगे निगरानी
डीआईओएस के नेतृत्व में नकलविहीन टीईटी परीक्षा कराने के लिए डीआईओएस गिरीश कुमार सिंह के नेतृत्व में तीन सचल दल बनाए गए हैं। इसमें डायट प्राचार्य डॉ. आरपी वर्मा तथा बीएसए कौस्तुभ सिंह शामिल हैं।
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