नकल के मामले में बोर्ड हुआ सख्त: अब संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक

इलाहाबाद : परीक्षा 2018 में नकल पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक तैनात करने की तैयारी है। परीक्षा की निगरानी के लिए पर्यवेक्षक भी नियुक्त होंगे।
बोर्ड प्रशासन ने तय किया है कि संवेदनशील जिलों में बुकलेट का नंबर उपस्थिति पंजिका में डालने के अतिरिक्त कोई नया नियम लागू किए जाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि पहले ही पर्याप्त नियम बने हैं, केवल उनका सही से अनुपालन कराया जाना जरूरी है।1माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 को नकल विहीन कराने के लिए बोर्ड प्रशासन दो दिन से मंथन कर रहा है। बैठक में यह तय किया गया कि वैसे तो अधिकांश कालेजों के परीक्षार्थी दूसरे स्कूलों में परीक्षा देंगे लेकिन, तमाम ऐसे बालिका कालेज हैं, जहां बालिकाएं अपने स्कूल में ही परीक्षार्थी बनी हैं या फिर जिस कालेज को केंद्र बनाया गया है, वहां यदि बालिकाएं हैं तो उन्हें भी अपने कालेज में ही परीक्षा देने का मौका मिला है। ऐसे कालेजों में नकल न होने पाए इसके लिए वहां अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक तैनात करने की तैयारी है। साथ ही प्रदेश के सभी संवेदनशील व अतिसंवेदनशील केंद्रों पर भी यही इंतजाम होगा। इसके अलावा परीक्षा का सघन पर्यवेक्षण के लिए पर्यवेक्षकों को भी नियुक्त किया जाएगा। विभागीय अफसरों को इसके लिए सूचीबद्ध किया जा रहा है। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि बैठक में अधिक नियम बनाने की जगह पहले से बने नियमों को ही प्रभावी ढंग से लागू कराने पर सहमति बनी है। इसके लिए बोर्ड इसी माह जिला विद्यालय निरीक्षकों व मुख्य सचिव की ओर से जिलाधिकारियों को पत्र भेजा जाएगा। जनवरी में परीक्षा तैयारियों को लेकर शासन स्तर से वीडियो कांफ्रेंसिंग भी कराने की तैयारी है। वहीं, मोबाइल एप की जगह वेबसाइट से ही परीक्षार्थियों की उपस्थिति लेने पर सहमति बन रही है। सचिव ने कहा कि सभी अफसर परीक्षा को शांतिपूर्वक व सकुशल कराने के लिए अभी से जुट जाएं। 1अवैध अभ्यर्थी नहीं दे सकेंगे इम्तिहान : बोर्ड सचिव ने बताया कि परीक्षा फार्मो की जांच में सामने आया है कि करीब 50 हजार से अधिक ऐसे अभ्यर्थियों ने हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में बैठने का आवेदन किया है, जिनके शैक्षिक अभिलेख दुरुस्त नहीं हैं। ऐसे परीक्षार्थियों को अवैध माना जा रहा है और उन्हें इम्तिहान में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सचिव ने पांचों क्षेत्रीय अपर सचिवों से इस संबंध में विस्तार से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष आगरा आदि जिलों में ऐसे तमाम परीक्षार्थी इम्तिहान देने में सफल हो गए थे, उन्हें बाद में हटाया गया। इस बार पहले ही परीक्षा देने से रोका जाएगा। उनके प्रवेश पत्र निर्गत नहीं होंगे। यही नहीं शासन को वह इससे अवगत कराएंगी और संबंधित अफसरों पर भी कार्रवाई हो सकती है। 1अंतिम दौर में बढ़े नौ परीक्षा केंद्र : ने परीक्षा केंद्रों का निर्धारण पूरा कर लिया है, अंतिम दौर में बलिया, गाजीपुर व अलीगढ़ जिलों में कुछ अतिरिक्त केंद्र बन गए हैं। ऐसे में केंद्रों की कुल संख्या अब बढ़कर 8549 हो गई है। ज्ञात हो कि पहले बोर्ड ने 8540 केंद्रों पर ही परीक्षा कराने का दावा किया था। सचिव ने बताया कि यह संख्या अंतिम है और अब कोई बदलाव नहीं होगा।’>>जिन कॉलेजों में छात्रएं अपने स्कूल में परीक्षार्थी, उनकी विशेष निगरानी1’>> नकल रोकने के नियम पर्याप्त, उन्हें लागू कराने की दिशा में बढ़ेगा बोर्ड


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