परिषदीय माॅडल विद्यालयों हेतु कार्य योजना: जानिए क्या होगा खास इस प्रकार के विद्यालयों में

माॅडल विद्यालयों हेतु कार्य योजना

विद्यालय का भौतिक परिवेश एवं साज-सज्जा-


    1. कक्षा-कक्ष में सभी छात्रों के बैठने हेतु सामुदायिक सहयोग से डेस्क-बेन्च की व्यवस्था की जायेगी।
    2. एक कक्षा से दूसरी कक्षा एवं विद्यालय में आने जाने हेतु खड़ंजे की व्यवस्था ग्राम पंचायत द्वारा कराये जाने पर खड़ंजे के किनारे हरे एव झाड़ीदार पौधे लगवाये जायेगें।
    3. भोजन के पूर्व हाथ धोने के लिये वाटर टैंक, मल्टी टैब एवं साबुन की व्यवस्था की जायेगी।
    4. प्रत्येक कक्षा-कक्ष में ग्रीन बोर्ड की व्यवस्था की जायेगी। जिस पर डस्ट फ्री चाक से लिखा जायेगा।

    5. प्रत्येक कक्षा-कक्ष, शौचालय एवं विद्यालय परिसर को साफ-सुथरा रखने हेतु ग्राम पंचायत में नियुक्त सफाई कर्मी की प्रत्येक कार्य दिवस में व्यवस्था की जायेगी। इस हेतु सफाई कर्मी की उपस्थिति पंजिका विद्यालय में रखी जा सकती है।
    6. कक्षा शिक्षण में प्रत्येक पाठ के अनुसार चिन्हित कर टी.एल.एम., फ्लैक्स, चार्ट, ग्लोब आदि की व्यवस्था की जायेगी।
    7. प्रत्येक कक्षा-कक्ष के दरवाजे परें डोर मैट एवं कक्षा में डस्टबिन की व्यवस्था की जायेगी।
    8. लाइब्रेरी की किताबांे के प्रदर्शन रैक के माध्यम से किया जायेगा एवं वितरण रजिस्टर बनाकर किताबों का वितरण सुनिश्चित कराया जायेगा। बाल पत्रिकायें यथा चम्पक, नन्हे-सम्राट, नन्दन, लोट-पोट आदि छात्रों को पढ़ने हेतु उपलब्ध करायी जायेगी।

    9. खेलकूद सामग्री जैसे कूदने की रस्सी बैडमिन्टन, कैरम, लूडो, बैट-बाल आदि की व्यवस्था की जायेगी।
    10. विद्यालय में एक ड्रम व अन्य वाद्य यन्त्र रखा जायेगा। जिसका उपयोग पी.टी. एवं प्रार्थना के समय किया जायेगा।
    11. अभिभावकों से सम्पर्क कर निर्धारित आकार एवं पेज की कापिया सभी विषयों हेतु सभी छात्रो को उपलब्ध करायी जायेगी।
    12. माडल स्कूल के सभी बच्चों की किताबों एवं कापियों पर कवर लगी रहेगी तथा नेम स्लीप चस्पा रहेगी।
    13. कक्षा-02 तक के छात्रों का पेंसिल से लिखवाया जायेगा जिससे त्रुटियों का संशोधन आसानी से किया जा सके।
    14. प्रत्येक छात्र को एक समान प्रारूप पर सर्व शिक्षा अभियान के लोगो सहित पहचान पत्र उपलब्ध कराया जायेगा।
    15. बच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता हेतु शीशा, कंघी, साबुन, तौलिया, नेलकटर आदि की समुचित व्यवस्था उपलब्ध करायी जायेगी।
    16. प्रत्येक विद्यालय में घंटा उचित स्थान पर टंगा होगा तथा समय सारणी के अनुसार बजवाया जायेगा।
    17. एम.डी.एम. संचालन हेतु गैस की व्यवस्था की जायेगी।
    18. सभी बच्चों का आधार कार्ड अनिवार्य रूप से बनवाया जायेगा।
    19. मध्याह्न भोजन हेतु प्रत्येक छात्र के लिये थाली एवं गिलास की व्यवस्था सामुदायिक सहयोग से की जायेगी।

शिक्षण व्यवस्था-

    1. मार्निंग बेल विद्यालय समय से 15 मिनट पूर्व बजायी जायेगी।
    2. प्रार्थना सभा में प्रार्थना, समाचार वाचन, सम्बोधन प्रत्येक दिन अलग-अलग छात्र से, समूहगान (हम होंगे कामयाब...... व सारे जहाॅ से अच्छा.......) तथा राष्ट्रगान का लयबद्ध सामूहिक गायन करेगें।
    3. कक्षा में प्रस्थान से पूर्व बच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता की जाॅच करके उन्हे स्वच्छ रहने एवं स्वच्छ यूनिफार्म में विद्यालय आने हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा इसकेे उपरान्त कतारबद्ध होकर कक्षा में प्रस्थान करेंगे।
    4. प्रत्येक कक्षा में उस कक्षा की निर्धारित समय सारणी लगी रहेगी तथा प्रधानाध्याक कक्ष में विद्यालय की समय सारणी लगी होगी तथा समय सारणी के अनुसार ही कक्षायंे संचालित की जायेगी।
    5. पूर्व की कक्षाओं के ज्ञान प्राप्ति संलग्न माइक्रोप्लान के अनुसार नालेज मैपिंग करके गणित एवं भाषा में लक्ष्य निर्धारित करते हुये उपचारात्मक शिक्षण प्रदान किया जायेगा। नालेज मैपिंग के अनुसार बच्चो के सीखने की प्रगति एवं शिक्षक के कार्यो का मूल्यांकन किया जायेगा। पूर्व कक्षाओं का ज्ञान सुनिश्चित हो जाने पर छात्र वर्तमान कक्षा में पढ़ाये जाने वाले विषयो को समझ सकेगा। नालेज मैपिंग का प्रारूप एवं माइक्रोप्लान संलग्न है। संलग्नक-1,2,3,4,5,6,7
    6. प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में समस्त छात्रों के नालेज मैपिंग की आन लाइन फीडिंग करायी जायेगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा एन.आइ.सी. के माध्यम से साफ्टवेयर विकसित कराया जायेगा।
    7. नव प्रवेशी कक्षा 1 के छात्रों को हिन्दी के अक्षरों एवं अंको की पहचान एवं अभ्यास के लिये अक्षर ब्लाक का प्रयोग छात्रों की कापी पर किया जायेगा। नमूना संलग्न है। संलग्नक- 8
    8. सभी विषयों के विभिन्न पाठों के अन्त में दिये गये प्रोजेक्ट कार्य अनिवार्य रूप से करवाया जायेगा। जिसे ब्लाक/जनपद स्तर पर प्रदर्शित कराया जायेगा। प्रोजेक्ट कार्य सूची संलग्न है। संलग्नक- 9,10,11
    9. पाठ्य पुस्तकों मंे प्रयुक्त कठिन शब्दों के शुद्ध उच्चारण एवं शुद्धता से लिखने के अभ्यास पर पर विशेष बल दिया जायेगा। जिससे छात्र अपनी पाठ्य पुस्तक को धारा प्रवाह पढ़ सके। कक्षावार कठिन शब्दों की सूची संलग्न है। संलग्नक- 12,13
    10. गृह कार्य की अलग पुस्तिका होगी एवं प्रतिदिन दिनांक अंकित कर जाॅची जायेगी।
    11. शिक्षक डायरी में प्रतिदिन अंकन किया जायेगा।
    12. प्रत्येक शिक्षक पाठ योजना बनायेगे तथा पाठ योेजना के अनुसार शिक्षण कार्य करेगें।
    13. एम.डी.एम. हाथ धुलाकर, टाटपट्टी पर कतारबद्ध बैठाकर वितरित किया जायेगा।
    14. 50 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले बच्चों की नियमित उपस्थित हेतु-

    (क) ऐसे बच्चों की सूची बनायी जायेगी।
    (ख) ऐसे बच्चों के अभिभावकों के मोबाइल नम्बर एकत्र कर ब्लाक संसाधन केन्द्र के सह समन्वयक द्वारा अनुपस्थिति का कारण जानेगें एवं नियमित उपस्थिति हेतु प्रेरित करेंगे। खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा भी रैण्डम आधार पर जाॅच करते हुये अभिभावको से बात की जायेगी।

प्रशिक्षण एवं अभिप्रेरण कार्यशाला-

अप्रैल माह के अन्तिम सप्ताह में समस्त शिक्षकांे का प्रशिक्षण एवं अभिप्रेरण कार्यशााला करायी जायेगी। उनके कार्यो के मूल्यांकन एवं विषय जन्य समस्याओं के निराकरण हेतु समय-समय पर कार्यशाला ब्लाक संसाधन केन्द्र पर आयोजित करायी जायेगी।

पाठ्य सहगामी क्रियाएं-

    1. प्रत्येक शनिवार को मध्याह्न भोजन के बाद बाल सभा का आयोजन किया जायेगा।
    2. विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापक में से किसी एक को पाठ्य सहगामी क्रियाओं का प्रभारी बनाया जायेगा। वे अन्य अध्यापकों के सहयोग से विभिन्न पाठ्य सहगामी क्रियाओं की तैयारी, आयोजन एवं अभिलेखीकरण करेगें।
    3. प्रत्येक माह में अधिक उपस्थित होने वाले छात्र, सर्वश्रेष्ठ सुलेख लिखने वाले छात्र, सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ छात्र एवं पाठ्य सहगामी क्रियाओं में सर्वश्रेष्ठ छात्र को सम्मानित किया जायेगा।
    4. प्रत्येक कक्षा मे हाउस/ग्रुप बनाया जायेगा। अधिकतम 10 छात्रों का एक हाउस/ग्रुप होगा। हाउस/ग्रुप का नाम महापुरूषों के नाम पर, रंगों के नाम (ब्लू हाउस, रेड हाउस, ग्रीन हाउस आदि) रखा जायेगा। छात्रों में प्रतियोगी भावना के विकास के लिये ग्रुपो के मध्य प्रतियोगितायें करायी जायेंगी। हाउस/ग्रुप की जानकरी के लिये कक्षाओं में पोस्टर लगाये जायेगें।
    5. नियमित रूप से पी.टी. ड्रम व वाद्य यन्त्रों के साथ करायी जायेगी।
    6. नालेज मैपिंग में छात्रों की पाठ्यामी क्रियाओ की रूचियो का भी अंकन किया जायेगा।
    7. पूर्व माध्यमिक स्तर पर स्काडट एवं गाइड का प्रशिक्षण एवं कैम्प का आयोजन जिला स्काडट/गाइड अध्यापक के माध्यम से अनिवार्य रूप से किया जायेगा।

सामुदायिक सहभागिता-

    1. विद्यालय प्रबन्ध समिति की प्रत्येक माह बैठक की जायेगी। जिसके लिये लिखित बुलावा पत्र प्रेषित किया जायेगा। नमूना संलग्न है। संलग्नक- 14
    2. प्रत्येक माह विद्यालय प्रबन्ध समिति एवं अभिभावकों की संयुक्त बैठक में सदस्यों के समक्ष छात्रों से पाठ्य पुस्तक का वाचन कराया जायेगा। जिससे अभिभावक अपने बच्चों की प्रगति जान सके व अध्यापक जबाबदेह हो सके।
    3. 50 प्रतिशत से कम उपस्थित रहने वाले बच्चो के अभिभावको को अवगत कराया जायेगा एवं उन्हे नियमित विद्यालय आने के लिये पे्ररित किया जायेगा। विद्यालय प्रबन्ध समिति के सदस्यों को ऐसे बच्चो को नियमित विद्यालय लाने की जिम्मेदारी दी जायेगी।
    4. सर्वश्रेष्ठ उपस्थित रहने वाले छात्र के अभिभावको को सम्मानित किया जायेगा।


निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण व्यवस्था-

    1. विद्यालय में पाठ योजना का निर्माण कराने एवं पाठ योजना के अनुसार शिक्षण सुनिश्चित कराने के लिये सम्बन्धित विषय के सह समन्वयक प्रत्येक सप्ताह पर्यवेक्षण करेगें एवं उपर्युक्त सभी विन्दुओं का कार्यान्वयन सुनिश्चित करेगें।
    2. प्रत्येक सह समन्यक संलग्न नालेज मैपिंग के अनुसार निर्धारित प्रपत्र पर समय-समय पर अनुश्रवण करेगें।
    3. प्रत्येक सह समन्यक पाठ योजना के अनुसार आदर्श शिक्षण का प्रस्तुतीकरण करेगें व अध्यापकोें की विषय जनित कठिनइयों का सम्यक् निराकरण करेगें।

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