आठ महीने में भी नहीं पूरी हो सकी मॉडल स्कूलों की भर्ती प्रक्रिया

 नए शैक्षिक सत्र -2018-19 की शुरुआत हो चुकी है लेकिन अभी तक पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेजों का संचालन पटरी पर नहीं आ सका है. कहीं शिक्षकों की कमी है तो कहीं संसाधनों की. यह स्थिति तब है जबकि इन स्कूलों में पढ़ाने के लिए राजकीय एवं सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के सेवानिवृत्त
शिक्षकों से आवेदन लेकर उनका चयन करने निर्देश आठ माह पूर्व दिए गए थे. लेकिन सत्र शुरू होने के बाद शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों को शिक्षकों की कमी की याद आई. आनन-फानन में माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. अवध नरेश शर्मा ने सेवानिवृत्त शिक्षकों से विद्यालयवार आवेदन कर योग्य शिक्षकों का मानदेय के आधार पर चयन करने का फरमान जारी किया.
शुरू होना है संचालन
दरअसल, राजधानी सहित प्रदेश भर में 144 पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेजों का संचालन इसी सत्र से शुरू होना है. कई जगह इसका संचालन भी शुरू हो चुका है. लेकिन ज्यादातर में शिक्षकों, कर्मचारियों के साथ-साथ फर्नीचर आदि की कमी है. इन स्कूलों में शिक्षकों की कमी न हो, इसके लिए बीते वर्ष 21 अगस्त को निर्देश जारी कर राजकीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों के सेवानिवृत्त शिक्षकों से विद्यालयवार आवेदन पत्र लेकर जनपद एवं मंडलीय समिति के अनुमोदन के बाद चयन करने के लिए कहा गया था.
बॉक्स
और बीत गए आठ माह
बीते वर्ष सेवानिवृत्त शिक्षकों को फिर से पढ़ाने का मौका देने पर कुछ शिक्षक संगठनों ने विरोध किया था. जिसके बाद यह प्रक्रिया धीमी पड़ गई. अब जब मॉडल स्कूलों का संचालन शुरू हुआ, तब जिम्मेदारों को रिटायर्ड शिक्षकों के चयन की याद आई. खुद माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने अपने पत्र के माध्यम से इस पर नाराजगी जताई है. साथ ही तत्काल प्रक्रिया शुरू कर सेवानिवृत्त शिक्षकों से आवेदन लेकर उनके चयन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए थे.
कोट
पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज थॉवर में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जिन राजकीय स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को संबद्ध किया गया था, उनमें से कई ने ज्वॉइन भी कर लिया है. शेष जितनी कमी है, उसके लिए सेवानिवृत्त शिक्षकों से आवेदन लिए जाने के आदेश मिले हैं.

मुकेश कुमार सिंह, डीआईओएस लखनऊ
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