इलाहाबाद: अशासकीय कालेजों के प्रधानाचार्य, प्रवक्ता, स्नातक शिक्षक और
प्रथमा, मध्यमा, उत्तर मध्यमा के संस्कृत शिक्षकों की लिखित परीक्षा व
साक्षात्कार के लिए अभ्यर्थियों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। संघ लोकसेवा
आयोग की तर्ज पर माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र भी साल भर की
परीक्षाओं का वार्षिक कैलेंडर जारी करेगा, जिसमें परीक्षा और इंटरव्यू की
तारीखों का जिक्र होगा।
इसमें प्रतियोगियों को बड़ी सहूलियत मिलेगी साथ ही
अन्य परीक्षाओं की तैयारी वह आसानी से कर सकेंगे।1चयन बोर्ड में नए अध्यक्ष
व सदस्यों की नियुक्ति के साथ ही पुनर्गठन की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़
चली है। सोमवार को पूर्व आइएएस बीरेश कुमार ने अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण
करने के बाद कहा कि उनका जोर भर्तियों में तेजी लाना है लेकिन, यह कार्य
समयबद्ध व पारदर्शी तरीके से करेंगे। इसके लिए वह जल्द ही चयन बोर्ड की
लिखित परीक्षा और साक्षात्कार का विस्तृत वार्षिक कैलेंडर तैयार कराएंगे,
ताकि उसी के अनुरूप समय से भर्तियां पूरी की जा सकें। 1उन्होंने कहा कि इस
कैलेंडर में दर्ज तारीखों का चयन बोर्ड के साथ ही जिला विद्यालय निरीक्षक व
अशासकीय कालेजों के प्रबंधक व प्रधानाचार्यो को भी अनुपालन करना होगा, तभी
यह प्रयोग कारगर होगा।
नए अध्यक्ष बीरेश कुमार ने ग्रहण किया कार्यभार
पारदर्शी व समयबद्ध तरीके से शिक्षकों का चयन ही प्राथमिकता
नए अध्यक्ष पूर्व आइएएस वीरेश कुमारडा. ओपी राय माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन
बोर्ड उप्र के नए सदस्य डा. दिनेश मणि त्रिपाठ, डा. हरेंद्र कुमार राय व
पूर्व अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा रमेश कुमारलंबित भर्तियां पूरी करना
चुनौती1नए अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2011 की प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक के
साक्षात्कार व 2016 की लिखित परीक्षा को जल्द कराने को वह चुनौती के रूप
में ले रहे हैं। साथ ही प्रधानाचार्य के पदों पर भी लंबे समय से
नियुक्तियां नहीं हुई हैं उसका भी अध्ययन करके रास्ता निकालेंगे। उनकी
प्राथमिकता जिन पदों का विज्ञापन हो चुका है उसे पूरा कराना है। बोले,
उन्होंने सभी बिंदुओं का सूक्ष्म परीक्षण करना शुरू कर दिया है, जल्द ही
बैठक करके अहम निर्णय सार्वजनिक करेंगे।
अधियाचन का होगा पुनर्परीक्षण
चयन बोर्ड इधर करीब एक वर्ष से ठप रहा है, इस दौरान जिलों से प्रधानाचार्य व
शिक्षक पदों पर बड़ी संख्या में अधियाचन आए हैं। यह पद अब तक न तो
विज्ञापित हुए हैं और न ही अधियाचन की जांच हुई है। ऐसे में मिले सभी
अधियाचनों का नए सिरे से परीक्षण कराएंगे। बोले, वह नहीं चाहते कि चयन
बोर्ड अभ्यर्थियों को चयनित करके कालेजों में भेजे और वहां उन्हें ज्वाइन
कराने की जगह लौटा दिया जाए। अब उन्हीं पदों का विज्ञापन निकलेगा जो
वास्तविक होंगे ।
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