अंबेडकरनगर : बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी पाने के लिए युवाओं को
परीक्षाओं से पहले फार्म भरने की अग्निपरीक्षा पास करना चुनौती बना है।
शिक्षक बनने की मन में आस संजोए युवा विभाग की परीक्षाओं में खुद को साबित
करने में जुटे हैं।
ऐसे में उनका ध्यान सबसे पहले टीईटी परीक्षा में सफलता
हासिल करना और फिर इसके बाद शिक्षक भर्ती परीक्षा पर उनकी नजर टिकी है।
लिहाजा पूरा ध्यान परीक्षा की तैयारियों पर लगाए युवाओं के लिए अब सबकुछ
छोड़कर सबसे पहले परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन करना कठिन हो गया है।
हाईटेक तकनीक की लचर व्यवस्था को लेकर शिकायत सुनने वाला भी कोई है। वहीं
परीक्षा शुल्क अदा करने में स्पष्ट रिपार्ट नहीं मिलने पर कई ट्रांजेक्शन
कर युवाओं के साथ ही साइबर कैफे संचालकों को आर्थिक नुकसान का भी समाना
करना पड़ रहा है।
सरकार की ओर से परिषदीय विद्यालयों में करीब एक लाख पदों पर शिक्षकों
की भर्ती करने को तैयार है। ऐसे में उक्त पदों पर शिक्षक भर्ती कराने से
पहले शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इसका मकसद अधिक से
अधिक युवाओं को शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने का मौका मिल सके। इस
लिहाज से बीते दिनों टीईटी परीक्षा के लिए आवेदन भरने की कवायद शुरू हुई।
ऑनलाइन आवेदन की समग्र प्रक्रिया को पूरा करने में आगे बढ़े युवाओं को
नेटवर्क की समस्या और सर्वर ने परेशान कर दिया है। हालांकि शासन स्तर तक
युवाओं की परेशानी पहुंची तो इसकी अंतिम तिथि में इजाफा किया गया। यह बात
दीगर है कि किसी ने समस्या को सुलझाने का प्रयास नहीं किया। ऐसे में तिथि
विस्तार के उपरांत भी युवा उसी मुसीबत से आज भी जूझ रहे हैं। बताते चलें कि
आवेदन करने के लिए युवाओं को टीईटी की वेबसाइट पर अपना संपूर्ण विवरण भरना
होता है। इसके उपरांत अभ्यर्थी के मोबाइल पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आता
है। इसे आवेदन में दिए गए निर्धारित स्थान पर भरने के बाद फार्म को समिट कर
दिया जाता है। तत्पश्चात अभ्यर्थी को रजिस्ट्रेशन नंबर मिलता है। इसी
रजिस्ट्रेशन नंबर पर उसे परीक्षा शुल्क अदा करना होता है। दोनों चरणों में
सफलता पूर्वक समिट होने पर आवेदन पूरा होता है। हालांकि आवेदन शुरू होने के
बाद से ही अभ्यर्थियों को संपूर्ण विवरण भरने में ही कई दिन लग रहे हैं।
वजह विवरण भरने के बाद ओटीपी डालकर समिट के लिए क्लिक करने पर एरर बता रहा
है। वहीं कठिन परिश्रम के बाद फार्म भर चुके अभ्यर्थियों को परीक्षा शुल्क
अदा करने में भी इसी कठिनाई का समाना करना पड़ रहा है।
फार्म भरने में लग रही आर्थिक चपत
अंबेडकरनगर : टीईटी फार्म भरने में अभ्यर्थियों के साथ ही साइबर कैफे
वालों को भी आर्थिक चपत लग रही है। दिनोरात जागकर फार्म भरने के बाद
परीक्षा शुल्क जमा करते समय एरर बताने लगता है। ऐसे में ऑनलाइन शुल्क अदा
होने में एक आवेदन पर कई बार परीक्षा शुल्क की कटौती हुई है। गांधीनगर
मुहल्ला स्थित राजन कम्युनिकेशन के संचालक राज नरायण पांडेय बताते हैं कि
अभी तक करीब 12 सौ आवेदन किया गया है। इसबार कई आवेदनों में तो से तीन बार
फीस जमा हो गई है। जबकि आवेदक को पावती एक बार ही निर्गत होने पर शुल्क भी
एक ही बार मिला। इससे काफी नुकसान हो रहा है। वहीं रात में भी आवेदन भरने
के दौरान खास सफलता नहीं मिल रही है। इस संबंध में परीक्षा नियामक के
पीएनपी से संपर्क करने के लिए दिए गए दोनों नंबरों पर कोई उत्तर नहीं मिल
रहा है। अकबरपुर तहसील के भगौतीपुर निवासी प्रशांत कुमार का कहना है कि वह
चार दिनों से चक्कर काट रहा है, लेकिन अभी तक फार्म नहीं भर सका। सुबह बिना
खाए आए थे और अब घर जा रहे हैं। रात में आकर प्रयास करूंगा।
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