परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को अब स्कूल खुलने और बंद होने के समय एप के माध्यम से अपनी फोटो अपलोड कर उपस्थिति और संख्या दर्ज करानी होगी। साथ ही प्रार्थना सभा और मध्याह्न भोजन के समय बच्चों की ग्रुप फोटो अपलोड कर उनकी उपस्थिति अंकित करनी होगी।
परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक गतिविधियों, शिक्षकों-छात्रों की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन और बुनियादी सुविधाओं की जानकारी अब ऑनलाइन उपलब्ध होगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रेरणा वेब पोर्टल और मोबाइल एप विकसित किया है जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों चार सितंबर को लांच करने की तैयारी है। प्रेरणा तकनीकी फेमवर्क के संचालन के बारे में बेसिक शिक्षा विभाग ने सोमवार को शासनादेश जारी कर दिया है।
शासनादेश के मुताबिक शिक्षकों को मोबाइल एप के जरिये उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए तीन विकल्प उपलब्ध होंगे। वे एप के जरिये स्वयं, अपने साथ दूसरे शिक्षक तथा समस्त शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करा सकेंगे। महिला शिक्षकों के लिए पुरुष अध्यापकों के साथ सामूहिक फोटोग्राफ अपलोड करने की अनिवार्यता नहीं होगी। वह बच्चों के साथ खींचे गए एकल फोटोग्राफ भी अपलोड कर सकती हैं। एप पर टाइम लॉक भी उपलब्ध है जिसके कारण ऑफलाइन मोड में भी फोटो ली जा सकेगी जो कि नेटवर्क उपलब्ध होने पर एप के जरिये केंद्रीय सर्वर पर स्वत: अपलोड हो जाएंगी। एप ऑफलाइन मोड पर भी संचालित हैं।
मानव संपदा पोर्टल से जुड़ेगा प्रेरणा : प्रेरणा पोर्टल को राज्य सरकार के मानव संपदा पोर्टल से भी लिंक किया गया है। पहले चरण में शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों की सेवा पुस्तिका और अवकाश प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जा रहा है।
गुणवत्ता मॉड्यूल : इसके जरिये परिषदीय स्कूलों और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के विद्यार्थियों के लर्निंग आउटकम का आकलन किया जाएगा। लर्निंग आउटकम के आकलन के लिए बेसलाइन, मिडलाइन और एंड लाइन परीक्षाओं के माध्यम से मूल्यांकन कराया जाएगा। शिक्षकों के प्रशिक्षण व शिक्षण कार्य को सुगम बनाने को भी गुणवत्ता मॉड्यूल का इस्तेमाल किया जाएगा।
मध्याह्न भोजन मॉड्यूल
शिक्षक एप के माध्यम से मिड-डे मील खाते बच्चों की ग्रुप फोटो अपलोड करने के साथ ही उनकी संख्या भी अंकित करेंगे। एक अक्टूबर के बाद मिड-डे मील योजना के लिए सर्वर पर उपलब्ध बच्चों की फोटोयुक्त संख्या को ही आधार माना जाएगा।
कायाकल्प मॉड्यूल : इसके तहत प्रधानाध्यापक और इंचार्ज प्रधानाध्यापक स्कूल से संबंधित बुनियादी व्यवस्थाओं और सुविधाओं की मासिक सूचना एप के माध्यम से अंकित करेंगे।
समीक्षा मॉड्यूल : स्कूल का निरीक्षण करने वाले सभी अधिकारियों को विभिन्न ¨बदुओं पर अपनी रिपोर्ट इसमें अंकित करनी होगी। जिला और ब्लॉक स्तरीय टास्कफोर्स के सभी सदस्यों को महीने में पांच निरीक्षण करना होगा।
एसएमसी गतिविधियां मॉड्यूल
विद्यालय प्रबंध समिति (एसएमसी) के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष इसके जरिये एसएमसी की नियमित बैठक, स्कूल में खेलकूद, मध्याह्न भोजन, प्रार्थना सभा, यूनीफॉर्म व पाठ्यपुस्तक वितरण, सांस्कृतिक गतिविधियों और मेडिकल कैंप के आयोजन की सूचना फोटो सहित अंकित कर सकेंगे।
परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक गतिविधियों, शिक्षकों-छात्रों की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन और बुनियादी सुविधाओं की जानकारी अब ऑनलाइन उपलब्ध होगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रेरणा वेब पोर्टल और मोबाइल एप विकसित किया है जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों चार सितंबर को लांच करने की तैयारी है। प्रेरणा तकनीकी फेमवर्क के संचालन के बारे में बेसिक शिक्षा विभाग ने सोमवार को शासनादेश जारी कर दिया है।
शासनादेश के मुताबिक शिक्षकों को मोबाइल एप के जरिये उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए तीन विकल्प उपलब्ध होंगे। वे एप के जरिये स्वयं, अपने साथ दूसरे शिक्षक तथा समस्त शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करा सकेंगे। महिला शिक्षकों के लिए पुरुष अध्यापकों के साथ सामूहिक फोटोग्राफ अपलोड करने की अनिवार्यता नहीं होगी। वह बच्चों के साथ खींचे गए एकल फोटोग्राफ भी अपलोड कर सकती हैं। एप पर टाइम लॉक भी उपलब्ध है जिसके कारण ऑफलाइन मोड में भी फोटो ली जा सकेगी जो कि नेटवर्क उपलब्ध होने पर एप के जरिये केंद्रीय सर्वर पर स्वत: अपलोड हो जाएंगी। एप ऑफलाइन मोड पर भी संचालित हैं।
मानव संपदा पोर्टल से जुड़ेगा प्रेरणा : प्रेरणा पोर्टल को राज्य सरकार के मानव संपदा पोर्टल से भी लिंक किया गया है। पहले चरण में शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों की सेवा पुस्तिका और अवकाश प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जा रहा है।
गुणवत्ता मॉड्यूल : इसके जरिये परिषदीय स्कूलों और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के विद्यार्थियों के लर्निंग आउटकम का आकलन किया जाएगा। लर्निंग आउटकम के आकलन के लिए बेसलाइन, मिडलाइन और एंड लाइन परीक्षाओं के माध्यम से मूल्यांकन कराया जाएगा। शिक्षकों के प्रशिक्षण व शिक्षण कार्य को सुगम बनाने को भी गुणवत्ता मॉड्यूल का इस्तेमाल किया जाएगा।
मध्याह्न भोजन मॉड्यूल
शिक्षक एप के माध्यम से मिड-डे मील खाते बच्चों की ग्रुप फोटो अपलोड करने के साथ ही उनकी संख्या भी अंकित करेंगे। एक अक्टूबर के बाद मिड-डे मील योजना के लिए सर्वर पर उपलब्ध बच्चों की फोटोयुक्त संख्या को ही आधार माना जाएगा।
कायाकल्प मॉड्यूल : इसके तहत प्रधानाध्यापक और इंचार्ज प्रधानाध्यापक स्कूल से संबंधित बुनियादी व्यवस्थाओं और सुविधाओं की मासिक सूचना एप के माध्यम से अंकित करेंगे।
समीक्षा मॉड्यूल : स्कूल का निरीक्षण करने वाले सभी अधिकारियों को विभिन्न ¨बदुओं पर अपनी रिपोर्ट इसमें अंकित करनी होगी। जिला और ब्लॉक स्तरीय टास्कफोर्स के सभी सदस्यों को महीने में पांच निरीक्षण करना होगा।
एसएमसी गतिविधियां मॉड्यूल
विद्यालय प्रबंध समिति (एसएमसी) के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष इसके जरिये एसएमसी की नियमित बैठक, स्कूल में खेलकूद, मध्याह्न भोजन, प्रार्थना सभा, यूनीफॉर्म व पाठ्यपुस्तक वितरण, सांस्कृतिक गतिविधियों और मेडिकल कैंप के आयोजन की सूचना फोटो सहित अंकित कर सकेंगे।