फर्जी शिक्षक भर्ती प्रकरण में बीएसए से पूछताछ में मिली 23 फर्जी शिक्षकों की लिस्ट

गोरखपुर, जेएनएन। फर्जी शिक्षक भर्ती प्रकरण की जांच एएसपी/सीओ कैंट रोहन प्रमोद बोत्रे ने शुरू कर दी है। गुरुवार को वे सिद्धार्थनगर जिले में बीएसए के कार्यालय पहुंचे थे। उनसे गहन पूछताछ की गई। वहां लिपिकों से मामले की जानकारी लेने के साथ ही भर्ती संबंधी कागजात देखा। बीएसए ने उन्हें 23 शिक्षकों की सूची सौंपी। जांच में सभी के प्रमाण पत्र गलत मिले हैं। पुलिस मुकदमें में सभी का नाम शामिल करेगी।

ऐसे आए थे पकड़ में
24 सितंबर को एसटीएफ ने फर्जी शिक्षक भर्ती प्रकरण में सिद्धार्थनगर बीएसए के स्टेनो हरेंद्र सिंह, एक फर्जी शिक्षक समेत पांच लोगों को कैंट थानाक्षेत्र में गोरखपुर क्लब के पास गिरफ्तार किया था। तलाशी में उनके पास 2.50 लाख रुपये, फर्जी दस्तावेज, स्कार्पियो गाड़ी मिली थी। फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने के आरोप में बर्खास्त किए गए 29 शिक्षकों को बहाल कराने और नई नियुक्ति कराने के लिए यह लोग रुपये वसूल रहे थे। स्टेनो से पूछताछ में पता चला कि सिद्धार्थनगर जिले में 400 से अधिक शिक्षक फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे हैं। जिसकी जानकारी अधिकारियों को भी है। 29 बर्खास्त शिक्षकों को बहाल कराने के लिए एक अधिकारी ने 10 लाख रुपये लिए हैं। एसटीएफ ने स्टेनो व उसके साथियों के खिलाफ कैंट थाने में फर्जी दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। एएसपी/सीओ कैंट रोहन प्रमोद बोत्रे मामले की जांच कर रहे हैं।

मुकदमें में है 19 शिक्षकों का नाम
कैंट थाने में दर्ज हुए मुकदमें में गिरफ्तार किए गए आरोपितों के अलावा 19 शिक्षकों का नाम है। जिसमें कई फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने के आरोप में बर्खास्त हैं। अन्य मुकदमा दर्ज होने की खबर लगने के बाद से ही फरार हैं।
जल्‍द ही रैकेट में शामिल लोग होंगे गिरफ्तार

एएसपी रोहन प्रमोद बोत्रे के अनुसार शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े की जांच चल रही है। सिद्धार्थनगर के बीएसए से पूछताछ की गई है। उन्होंने 23 फर्जी शिक्षकों की सूची दी है। मुकदमें में इन लोगों के नाम शामिल किए जाएंगे। घटना से जुड़े अन्य बिंदुओं की पड़ताल चल रही है। जल्द ही रैकेट में शामिल अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।