69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती पर रोक से अभ्यर्थियों में निराशा है। भर्ती के भविष्य को लेकर वे चिंतित हैं। लेकिन इस रोक का एक सकारात्मक पक्ष भी है। यदि रोक के दौरान राजकीय विद्यालयों की एलटी ग्रेड भर्ती के हिंदी व सामाजिक विज्ञान और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के टीजीटी 2016 के तकरीबन आधा दर्जन विषयों के परिणाम घोषित हो जाते हैं तो 69 हजार भर्ती की कम मेरिट वाले लगभग एक हजार अतिरिक्त अभ्यर्थियों का चयन हो सकता है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राजकीय विद्यालयों में 15 विषयों के एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती के लिए 29 जुलाई 2018 को परीक्षा कराई थी। इसमें 13 विषयों का परिणाम तो घोषित हो चुका है लेकिन पेपर लीक के आरोपों के कारण हिन्दी के 1433 और सामाजिक विज्ञान के 1854 पदों का परिणाम घोषित होना बाकी है। वहीं, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा के आधा दर्जन विषयों का परिणाम भी घोषित नहीं हो सका है।
चयन बोर्ड ने कोरोना के कारण विज्ञान और अंग्रेजी विषय के साक्षात्कार बीच में ही 21 मार्च को रोक दिए हैं। जबकि हिन्दी, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत और कला का पूरा साक्षात्कार होना बाकी है। माना जा रहा है कि इन दोनों भर्तियों में कम से कम एक हजार ऐसे अभ्यर्थियों की नियुक्ति तय है जो 69 हजार भर्ती में भी सफल हैं। यदि 69 हजार पर लगी रोक से पहले इन दोनों भर्तियों का परिणाम घोषित होता है तो ये अभ्यर्थी एलटी और टीजीटी ज्वाइन कर लेंगे। इनका कहना है: 68,500 में चयनित सहायक अध्यापक पीयूष शुक्ला, का कहना है कि एलटी और टीजीटी का रिजल्ट जल्द आ जाए तो निश्चित रूप से बड़ी संख्या में 69 हजार भर्ती के कम मेरिट वाले अभ्यर्थियों का भला होगा।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राजकीय विद्यालयों में 15 विषयों के एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती के लिए 29 जुलाई 2018 को परीक्षा कराई थी। इसमें 13 विषयों का परिणाम तो घोषित हो चुका है लेकिन पेपर लीक के आरोपों के कारण हिन्दी के 1433 और सामाजिक विज्ञान के 1854 पदों का परिणाम घोषित होना बाकी है। वहीं, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा के आधा दर्जन विषयों का परिणाम भी घोषित नहीं हो सका है।
चयन बोर्ड ने कोरोना के कारण विज्ञान और अंग्रेजी विषय के साक्षात्कार बीच में ही 21 मार्च को रोक दिए हैं। जबकि हिन्दी, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत और कला का पूरा साक्षात्कार होना बाकी है। माना जा रहा है कि इन दोनों भर्तियों में कम से कम एक हजार ऐसे अभ्यर्थियों की नियुक्ति तय है जो 69 हजार भर्ती में भी सफल हैं। यदि 69 हजार पर लगी रोक से पहले इन दोनों भर्तियों का परिणाम घोषित होता है तो ये अभ्यर्थी एलटी और टीजीटी ज्वाइन कर लेंगे। इनका कहना है: 68,500 में चयनित सहायक अध्यापक पीयूष शुक्ला, का कहना है कि एलटी और टीजीटी का रिजल्ट जल्द आ जाए तो निश्चित रूप से बड़ी संख्या में 69 हजार भर्ती के कम मेरिट वाले अभ्यर्थियों का भला होगा।