पोर्टल पर अपलोड करें ब्योरा तब फर्जी शिक्षकों से होगी वसूली

बीते मार्च के पहले सप्ताह में बेसिक शिक्षा विभाग ने 23 फर्जी शिक्षकों से

6.6 करोड़ रुपये वसूली की सूची तैयार कर ली थी। तीन महीने बाद फर्जी शिक्षकों की संख्या 23 से 29 हो गई है और वेतन वसूली की धनराशि 6.6 करोड़ से 14 करोड़ तक पंहुच गई है लेकिन वसूली अभी शुरू भी नहीं हो सकी है। राजस्व विभाग ने इन शिक्षकों का ब्योरा ऑनलाइन मांगा है। दरअसल, विभाग को सूची तैयार कराकर राजस्व विभाग को भेजी थी। काफी मशक्कत के बाद फर्जी शिक्षकों से वसूली की सूची तैयार हुई और इसे हार्ड कॉपी में ही राजस्व विभाग को भेज दिया गया। राजस्व विभाग ने हार्ड कॉपी में सूची लेने से मना करते हुए 29 फर्जी शिक्षकों की 13 करोड़ 92 लाख, 60 हजार 655 रुपये की वसूली की फाइल बेसिक शिक्षा कार्यालय गोरखपुर को यह कहकर लौटा दी कि ये सभी विवरण राजस्व विभाग की वसूली वेबसाइट पर ऑनलाइन अपलोड कराए। पहलेचरणमें 20 करोड़ की चपत ः

गोरखपुर से दूसरे के नाम पर नौकरी करने और कूटरचित एवं फर्जी प्रमाणपत्रों पर नौकरी करने के आरोप में 51 फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। 37 के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज है। अभी सिर्फ 29 शिक्षकों से वसूली का ब्योरा तैयार हुआ तो 14 करोड़ तक आंकड़ा पंहुच गया। इसमें 22 शिक्षकों का आंकड़ा और जुड़ना है।

22 शिक्षकों से वसूली का आंकड़ा जुड़ने के बाद विभाग के सामने 21 करोड़ की वसूली का लक्ष्य होगा। पांच पर बर्खास्तगी की तलवार 51 बर्खास्त शिक्षकों में अगले हफ्ते पांच और बर्खास्त फर्जी शिक्षकों का नाम जुड़ जाएगा। इन पांचों पर फर्जी शिक्षक होने के आरोप प्रथम दृष्टया सही मिले थे।खण्ड शिक्षा अधिकारियों ने इन पांच शिक्षकों की जांच रिपोर्ट सौंप दी है जिसमें सभी दोषी बताए गए हैं। अगले सप्ताह की शुरुआत में ही पांचों शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया जाएगा।