छात्रों को कक्षा में पढ़ाने के बजाए, बीएसए कार्यालय व खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बाबूगीरी कर रहे शिक्षकों पर अब विभाग के तेवर सख्त हो गए हैं। बीएसए ने ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं जो पढ़ाने के बजाए विभाग की योजानाओं व अन्य कामों में लगे दुएहें। साथ ऐसे शियकों की सूची मो करने को कहा गया है जो तैनात किसी और स्कूल में हैं और पढ़ा कहीं और रहे हैं।
जिले के कई शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के बजाए खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में विभिन्न योजनाओं में जुड़े डर हैं या फिर कुछ और कार्य कर रहे । महानिदेशक बेसिक शिक्षा की ओर से ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करने के निर्देश बीएसए को दिए गए हैं। लखनऊ में तीन दर्जन से अधिक शिक्षक बाबूगिरी कर रहे या फिर तैनात किसी और स्कूल में है और पढ़ा किसी और स्कूल में रहे हैं। विभाग का कहना है कि इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस पूरे मामले में नीएसए दिनेश कुमार का कहना है कि ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि सूची आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नगर क्षेत्र में 50 से अधिक ऐसे स्कूल है। जहां पर पढ़ाने के लिए कोई नियमित शिक्षक तैनात नहीं है। शिक्षकों के रिटायर होने के बाद खाली हो गए हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए खंड शिक्षा | ने अस्थाई तौर पर दूसरे स्कूल के शिक्षकों को शिक्षक रहित स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए भेज दिया। अधिकारियों का कहना है कि विभागीय कार्रवाई के बाद जो शिक्षक एक साथ दो-दो स्कूलों की जिम्मेदारी उठा रहे है, वह उन स्कूलो में पढ़ाना छोड देंगे। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी।
जिले के कई शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के बजाए खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में विभिन्न योजनाओं में जुड़े डर हैं या फिर कुछ और कार्य कर रहे । महानिदेशक बेसिक शिक्षा की ओर से ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करने के निर्देश बीएसए को दिए गए हैं। लखनऊ में तीन दर्जन से अधिक शिक्षक बाबूगिरी कर रहे या फिर तैनात किसी और स्कूल में है और पढ़ा किसी और स्कूल में रहे हैं। विभाग का कहना है कि इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस पूरे मामले में नीएसए दिनेश कुमार का कहना है कि ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि सूची आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नगर क्षेत्र में 50 से अधिक ऐसे स्कूल है। जहां पर पढ़ाने के लिए कोई नियमित शिक्षक तैनात नहीं है। शिक्षकों के रिटायर होने के बाद खाली हो गए हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के लिए खंड शिक्षा | ने अस्थाई तौर पर दूसरे स्कूल के शिक्षकों को शिक्षक रहित स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए भेज दिया। अधिकारियों का कहना है कि विभागीय कार्रवाई के बाद जो शिक्षक एक साथ दो-दो स्कूलों की जिम्मेदारी उठा रहे है, वह उन स्कूलो में पढ़ाना छोड देंगे। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी।