प्रयागराज : एडेड माध्यमिक कालेजों में कंप्यूटर शिक्षक के पदों का सृजन ही नहीं विषयों की अर्हता में बदलाव जोर पकड़ रही है। कला शिक्षक की अर्हता में बदलाव करने के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय दृश्यकला
विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अजय जेटली ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि जिन संस्थानों की डिग्री भर्ती में मांगी गई है उसमें से अधिकांश अस्तित्वहीन हो चुकी हैं ऐसे में अर्हता बदली जाए।पत्र में लिखा है कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने एडेड कालेजों में भर्ती में प्रवक्ता व प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक कला की शैक्षिक अर्हता इंटरमीडिएट शिक्षा अधिनियम के अधीन तय की है।
यह अर्हता शैक्षिक गुणवत्ता को प्रभावित करेगी और योग्य शिक्षकों का चयन होना संभव नहीं है। प्रवक्ता के लिए फाइन आर्ट डिप्लोमा कलकत्ता की परीक्षा व लाहौर के मेयो स्कूल आफ आर्ट्स का टीचर्स सर्टिफिकेट का अब कोई अस्तित्व नहीं है। इसी तरह से टीजीटी में भी डिग्री व डिप्लोमा मान्य किया गया है। मुंबई की इंटरमीडिएट ग्रेड ड्राइंग परीक्षा के सर्टिफिकेट का व्यावसायीकरण हो चुका है।
कला के क्षेत्र में बीएफए, एमएफए, बीबीए व एमबीए जैसी यूजीसी से मान्यता प्राप्त स्नातक व स्नातकोत्तर डिग्रियां विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों से दी जा रही हैं, किंतु इसका कहीं जिक्र नहीं है। यही नहीं कला विषय पूरी तरह से प्रायोगिक है चयन में प्रायोगिक परीक्षा का इंतजाम भी नहीं है। उन्होंने जनहित में एक समिति का गठन करके अर्हता का निर्धारण कराने की मांग की है। कला के छात्रों ने विश्वविद्यालय में इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन भी किया।
चयन बोर्ड में साक्षात्कार शुरू
जासं, प्रयागराज : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में शुक्रवार से प्रवक्ता 2016 हंिदूी विषय का साक्षात्कार शुरू हो गया है। अभ्यर्थियों की थर्मल स्कैनिंग करके प्रवेश दिया गया और विभिन्न बोर्डो में साक्षात्कार चला। यह इंटरव्यू 10 नवंबर को पूरा हो जाएगा, उसी दिन टीजीटी का साक्षात्कार शुरू होगा।
’>>मुख्यमंत्री से किया अनुरोध, अधिकांश संस्थान हो चुके हैं अस्तित्वहीन
’>>मुंबई की इंटरमीडिएट ग्रेड ड्राइंग परीक्षा के सर्टिफिकेट का व्यावसायीकरण
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