विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को स्टार्ट अप के लिए पढ़ाई के दौरान एक वर्ष का विशेष अवकाश दिया जाएगा। स्नातक (यूजी) व स्नातकोत्तर (पीजी) के विद्यार्थियों को इनोवेशन (नवोन्मेष) के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया जा रहा है। यूजी व पीजी प्रथम वर्ष की पढ़ाई पूरी करने के बाद विद्यार्थी एक वर्ष का अवकाश ले सकेंगे।
अभी यूजी व पीजी में एक साल की परीक्षा पास करने के बाद अगले वर्ष का इम्तिहान पास करने को अधिकतम तीन वर्ष दिए जाते हैं, लेकिन एक वर्ष का यह अवकाश इस अधिकतम अवधि में नहीं जोड़ा जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग की ओर से इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए सभी विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों को दिशा-निर्देश भेजे गए हैं। सभी उच्च शिक्षण संस्थान इनोवेशन सेंटर खोलेंगे और विद्यार्थियों को जमीनी स्तर पर नए प्रयोग करने के लिए प्रेरित करेंगे। खुद का स्टार्ट अप विद्यार्थी आसानी से स्थापित कर सकें, इसके लिए स्टार्ट अप केंद्र खोले जाएंगे। वहीं ई-प्रकोष्ठ की भी स्थापना की जाएगी, ताकि विद्यार्थी खुद का उद्यम शुरू करने के लिए प्रेरित हो सकें। सभी विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में नवाचार व उद्यमिता के पाठ्यक्रम आरंभ करने पर भी जोर दिया जाएगा। नए सत्र 2021-22 से विद्यार्थियों के लिए नए कोर्स शुरू किए जाएंगे।