खंड शिक्षा अधिकारी पद पर 309 चयनित, बीईओ परीक्षा में प्रणव रहे टॉपर: भर्ती में साक्षात्कार का प्रविधान नहीं, नए शैक्षिक सत्र में मिलेंगे अफसर

 प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने खंड शिक्षा अधिकारी 2019 की मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। इसमें 309 अभ्यर्थियों को चयनित किया गया है। भर्ती में चयन प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के आधार पर ही होना था, इसमें साक्षात्कार का प्रविधान नहीं था। आयोग ने परिणाम कार्यालय के सूचना पट व वेबसाइट पर जारी कर दिया है। प्रदेश को नए शैक्षिक सत्र में बड़ी संख्या में अफसर मिल सकते हैं।



यूपीपीएससी ने 12 दिसंबर 2019 को खंड शिक्षाधिकारी-2019 के तहत 309 पद की भर्ती निकाली थी। अभ्यर्थियों से 13 दिसंबर से 13 जनवरी 2020 तक आनलाइन आवेदन लिए गए थे। प्रारंभिक परीक्षा 22 मार्च को प्रदेश के 18 जिलों में कराई गई थी, जिसमें 5.28 लाख से अधिक अभ्यर्थी दावेदार थे। कोरोना संक्रमण की वजह से मुख्य परीक्षा छह दिसंबर को दो पालियों में प्रयागराज, गाजियाबाद व लखनऊ में कराई गई थी। आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी की मुख्य परीक्षा में 4182 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। सभी 309 पदों के सापेक्ष अभ्यर्थियों को औपबंधिक रूप से सफल घोषित किया गया है। अब सभी अभ्यर्थियों के मूल प्रमाणपत्र आदि का सत्यापन होगा और सही पाए जाने पर संस्तुति पत्र जारी किया जाएगा। इसके लिए अलग से विज्ञप्ति जारी की जाएगी। सचिव ने बताया कि इस परीक्षा में शामिल प्रदेश से बाहर की महिला अभ्यर्थियों का परिणाम हाईकोर्ट में दाखिल याचिका के अंतिम निर्णय के अधीन रहेगा।

’>>भर्ती में साक्षात्कार का प्रविधान नहीं, नए शैक्षिक सत्र में मिलेंगे अफसर

’>>खंड शिक्षा अधिकारी की मुख्य परीक्षा में 4182 अभ्यर्थी शामिल हुए थे

खुशखबरी

कटऑफ अंक का इंतजार

खंड शिक्षा अधिकारी परीक्षा के प्राप्तांक व श्रेणीवार कटऑफ अंक की सूचना संस्तुति प्रेषित करने के बाद आयोग की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। इस संबंध में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्रार्थना पत्र न भेजने को कहा गया है।

जासं, प्रयागराज : खंड शिक्षा अधिकारी चयन परीक्षा 2019 में प्रणव टॉपर बने हैं। अहम बात यह है कि वे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) से हैं, साथ ही उतने ही मेधावी। आयोग ने पहली बार बीईओ का चयन किया है। इधर यूपीपीएससी से जारी होने वाले परिणामों में वे पहले ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थी हैं, जिन्होंने पहला मुकाम हासिल किया है। साथ ही एक बार फिर साबित हुआ है कि मेधा संपन्नता या फिर विपन्नता की मोहताज नहीं। आयोग की ओर से जारी चयन सूची में दूसरे स्थान पर प्रिया पांडेय हैं, साथ ही महिलाओं में वे पहले स्थान पर हैं। वहीं, तीसरे स्थान पर कविता चौहान हैं। चौथे स्थान पर गौरव शुक्ल, पांचवें पर धीरज कुमार अस्थाना चयनित हैं। इसी तरह से छठें पर प्रशांत सिंह राठौर, सातवें पर उमेश कुमार दीक्षित, आठवें पर देवमणि पांडेय, नौवें पर शशिकांत और दसवें स्थान पर रत्न शंकर पांडेय चयनित हुए हैं। चयन सूची में ग्यारहवें स्थान पर ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थी धीरेंद्र त्रिपाठी का चयन हुआ है।