2 Nov का आदेश आ चूका है पर अफवाहों का दौर जारी है : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

अफवाहों का दौर जारी है पर आदेश आ चूका है और पूरी अब स्थिति साफ़ चुकी है ।
कुछ मानसिक रोगी टीम के बारे में आज से ही नहीं उस दिन से जिस दिन टीम ने सकरात्मक परिणाम आपको दिए हैं उसी दिन से क्षद्म मानसिकता का परिचय देते हुए अनर्गल विदवा विलाप किये हुए हैं ।

कुछ लोग हिसाब किताब को लेकर परेशान हैं हम लोग कार्य की सफलता के पीछे हैं, लेकिन अगले 3-4 दिन में अकाउंट का प्रिंटआउट के साथ डालेंगे नाकि हाथ से लिखकर और ये हिसाब अगस्त के बाद से आज 2 तक का होगा ।
यहाँ एक बात अतिउल्लेखनिये है कि वे हिसाब मांग रहे हैं जो कभी सहयोग नहीं किये और जिले में खुद भी हिसाब नहीं देते । कुछ तो ऐसे भी हैं जो हमारी टीम के कार्यों का विवरण देकर और सफलता जो आपको इस टीम से मिली है उसको दिखाकर धन उगाई किये और दिल्ली आकर कोई सहयोग हमें नहीं किये।
साथियों सुप्रीमकोर्ट में केवल हिमांशु को ढूंढा जाता है शिक्षा मित्रों के द्वारा और उनके हर एक नेता भी अपनी पोस्ट में हिमांशु का ही नाम उल्लेख करते है तो क्यों ?
आज जिस मुकाम पर आप हैं हम नहीं क्योंकि जॉब की गारंटी 6 माह में हम लेते हैं जैसा कि हर मीटिंग में आपसे वादा किये हैं पर हमें जॉब करने देंगे ये ?
क्या टीम के द्वारा शिक्षा मित्रों के विरुद्ध जो कार्य किया जा रहा है उसके बाद हम तनिक भी सेफ हैं ?
क्या हमारे घर-परिवार सेफ हैं ?
मैं पूछना चाहता हूँ आप सभी से कि ये 200 का नेट रीचर्ज कराने वाले आपका भविष्य तय करेंगे प्राइम पोस्ट डालकर या वे करेंगे जो दिन रात दौड़ भागकर आदेश ला रहे हैं ।
एक और हैं जो दकियानूसी कंटेम्प्ट लेकर घूम रहे हैं जिस पर आज तक नोटिस इशू तक नहीं हुए ,उनसे एक सवाल क्या आपके कंटेम्प्ट पर ठीक वैसे ही आदेश आया है आजतक जैसे 167 पर आ रहा है ?
इसी बीच एक खबर और आ रही है कि 97/105 वाले मिठाई बाँट रहे हैं मेरे भी 110 हैं अगर ऐसा कुछ हुआ होता तो क्या मैं मिठाई नहीं बांटता ?
97/105 की बात 72825 में पड़े रिक्त पदों के लिए है नाकि समस्त के लिए बाकी आदेश देख लीजियेगा ।
साथियों सीधी सी बात है हम बेवकूफ बनाने में नहीं वरन आपको असलियत बताते हैं , असलियत ये है :
कोर्ट 167 को संज्ञान में ले चुकी है पर जब तक शिक्षा मित्रों का सफाया नहीं होगा तब तक कुछ नहीं होगा । उसके लिए सरकार के एसएलपी के विरोध के लिए और हमारी एसएलपी की पैरवी के लिए हम मुस्तैदी से लगे हुए हैं ।
सर्वप्रथम टीम का दायित्व है शिक्षा मित्र बाहर कराना बाकी हमारी परमादेश याचिका का काउंटर काफी स्थिति क्लियर कर चूका है ।
आदेश आ चूका है और हिमांशु ने हिंदी में डाल भी दिया है आप खुद पढ़िए और बताइये कि 167 पर ही अलग से आदेश क्यों हो रहे हैं और ऐसे ही आदेश अवमानना या अन्य दकियानूसी आईए पर क्यों नहीं हो रहे हैं ?
स्पष्ट बात 6 माह मांगे हैं टीम ने तो कोर्ट में टाइम लगेगा जबकि आज आपको उनका गला पकड़ना चाहिए जो आपको 2 नवंबर को नियुक्ति पत्र दिला रहे थे ।
खैर दोस्तो आदेश आ गया है डीपी और राणा सभी का पोस्ट मार्टम करेंगे क्योंकि कोर्ट में ये खुद इलाहाबादी पांडा , सुजीत भाई , मयंक भैया के साथ थे ।
आपने अपने और हमारे लिए सहयोग किया आपका आभारी हूँ, शिक्षा मित्रों के 2 मुद्दे 7 दिसंबर से पहले लड़ने हैं उसके लिए सहयोग अपेक्षित है और एक बात सीधे कहना चाहता हूँ क्षद्म व्यक्तित्व के जिला अध्यक्ष जो टीम के कार्यों पर पैसे लूटे हैं वे तुरंत फंड रिलीज़ करें और उनके जिले के बेरोजगारों को उनसे पूछना चाहिए जब दिल्ली गए थे तो सहयोग हम तक क्यों नहीं पहुँचाए ?
धन्यवाद
आपका
अमित सिंह गोंडा
टीईटी 2011 उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा , उत्तरप्रदेश
"अपना हक़ , अपनी लड़ाई"
9415392912
9161528570

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