जागरण संवाददाता, गोरखपुर : सरदारनगर स्थित परिषदीय प्राथमिक विद्यालय
तिलौली को ‘आइ कैन चैलेंज अवार्ड’ के लिए चयनित किया गया है। यह अवार्ड 5
और 6 दिसंबर को अहमदाबाद में आयोजित समारोह में प्रदान किया जाएगा।
पुरस्कार लेने विद्यालय की प्रधानाध्यापक जाएंगी। उनके साथ कक्षा पांच की छात्र प्रीती यादव को भी वहां जाने का मौका मिला है। दोनों देश भर के 98 अन्य विद्यालयों के प्रतिभागियों के साथ पुरस्कार हासिल करेंगी। यह पुरस्कार ‘बच्चे भी ला सकते हैं बदलाव’ और ‘विद्यालयों में पढ़ाई के तरीके’ विषय पर मिला है। प्राथमिक विद्यालय तिलौली में बच्चे ही बच्चों को पढ़ाते हैं। यानी, तेज छात्र, कमजोर छात्र को पढ़ाते हैं। विद्यालय में यह अहम पहल पिछले दो साल से चल रही है। इसका श्रेय प्रधानाध्यापक को जाता है। उनकी कोशिशों ने नौनिहालों के सपनों में ऊंची उड़ान भरी है। उनका नाम प्रदेश ही नहीं देश स्तर पर गूंज रहा है। उन्हें एक ऐसा मंच मिला है, जहां से वे पूरी दुनिया नाप सकते हैं। 1देश के 100 स्कूलों में तिलौली भी : शिक्षा जगत की वैश्विक संस्था इंटरप्रीन्योर्शिप डेवलेपमेंट इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (ईडीआइ) ने 2 से 15 अक्टूबर के बीच देश भर के सरकारी स्कूलों का सर्वे कराया। उसमें गोरखपुर का एकमात्र विद्यालय तिलौली भी शामिल हुआ। सर्वेक्षण के दौरान तिलौली के प्रधानाध्यापक की स्टोरी उन्हें अच्छी लगी और पुरस्कार के लिए नामित कर लिया। संस्था अब इस स्टोरी को अन्य विद्यालयों में भी लागू करने पर जोर दे रही है।
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पुरस्कार लेने विद्यालय की प्रधानाध्यापक जाएंगी। उनके साथ कक्षा पांच की छात्र प्रीती यादव को भी वहां जाने का मौका मिला है। दोनों देश भर के 98 अन्य विद्यालयों के प्रतिभागियों के साथ पुरस्कार हासिल करेंगी। यह पुरस्कार ‘बच्चे भी ला सकते हैं बदलाव’ और ‘विद्यालयों में पढ़ाई के तरीके’ विषय पर मिला है। प्राथमिक विद्यालय तिलौली में बच्चे ही बच्चों को पढ़ाते हैं। यानी, तेज छात्र, कमजोर छात्र को पढ़ाते हैं। विद्यालय में यह अहम पहल पिछले दो साल से चल रही है। इसका श्रेय प्रधानाध्यापक को जाता है। उनकी कोशिशों ने नौनिहालों के सपनों में ऊंची उड़ान भरी है। उनका नाम प्रदेश ही नहीं देश स्तर पर गूंज रहा है। उन्हें एक ऐसा मंच मिला है, जहां से वे पूरी दुनिया नाप सकते हैं। 1देश के 100 स्कूलों में तिलौली भी : शिक्षा जगत की वैश्विक संस्था इंटरप्रीन्योर्शिप डेवलेपमेंट इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (ईडीआइ) ने 2 से 15 अक्टूबर के बीच देश भर के सरकारी स्कूलों का सर्वे कराया। उसमें गोरखपुर का एकमात्र विद्यालय तिलौली भी शामिल हुआ। सर्वेक्षण के दौरान तिलौली के प्रधानाध्यापक की स्टोरी उन्हें अच्छी लगी और पुरस्कार के लिए नामित कर लिया। संस्था अब इस स्टोरी को अन्य विद्यालयों में भी लागू करने पर जोर दे रही है।
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