कुशीनगर : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों चयन के सन्दर्भ में माo
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में शेष 12091 अभ्यर्थियों के दिनांक
10.02.2016 को आयोजित काउंसिलिंग हेतु जारी जनपद में आवंटित 3600 पदों में
से अवशेष के सापेक्ष कट ऑफ़ मेरिट विज्ञप्ति देखें, व डाउनलोड करें
लखनऊ (ब्यूरो)। नवचेतना केंद्र में जुटे विचारकों ने कहा कि जातिगत आरक्षण ने समाज में समरसता स्थापित करने के बजाय विषमता को बढ़ावा दिया है।
ऐसे में जाति के बजाय आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए। शनिवार को ‘जातिगत आरक्षण’ विषयक संगोष्ठी में मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार प्रखर कुमार सिंह ने कहा कि जातिगत आरक्षण की व्यवस्था जिस मकसद से की गई थी, वह पूरा नहीं हो सका। इससे समाज में भेदभाव एवं वैमनस्य बढ़ा है।
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी विनोदशंकर चौबे ने कहा कि जातिगत आरक्षण का प्रावधान सामाजिक न्याय के लिए किया गया था, लेकिन वह समाज को तोड़ रहा है।
अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार श्याम कुमार ने कहा कि दलितों के साथ लंबे समय तक अन्याय हुआ है, इसलिए उन्हें संरक्षण दिया जाना चाहिए। दानसिंह रावल एडवोकेट ने आरक्षण खत्म करने की वकालत करते हुए कहा कि कानून के समक्ष सब बराबर होने चाहिए।
विचारक ध्रुवचंद्र मिश्र ने कहा कि आरक्षण का लाभ वास्तविक लोगों को न मिलकर चंद लोगों में सिमट गया है। छात्रनेता विवेकानंद सिंह ने कहा कि जातिगत आरक्षण राजनीतिक हथियार बन गया है, जिसका वास्तविक लाभ दलितों एवं पिछड़ों के ‘क्रीमी लेयर’ के लोग ही उठा रहे हैं।
संगोष्ठी में वक्ताओं ने कहा, समाज को तोड़ रहा जातिगत आरक्षण
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लखनऊ (ब्यूरो)। नवचेतना केंद्र में जुटे विचारकों ने कहा कि जातिगत आरक्षण ने समाज में समरसता स्थापित करने के बजाय विषमता को बढ़ावा दिया है।
ऐसे में जाति के बजाय आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए। शनिवार को ‘जातिगत आरक्षण’ विषयक संगोष्ठी में मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार प्रखर कुमार सिंह ने कहा कि जातिगत आरक्षण की व्यवस्था जिस मकसद से की गई थी, वह पूरा नहीं हो सका। इससे समाज में भेदभाव एवं वैमनस्य बढ़ा है।
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी विनोदशंकर चौबे ने कहा कि जातिगत आरक्षण का प्रावधान सामाजिक न्याय के लिए किया गया था, लेकिन वह समाज को तोड़ रहा है।
अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार श्याम कुमार ने कहा कि दलितों के साथ लंबे समय तक अन्याय हुआ है, इसलिए उन्हें संरक्षण दिया जाना चाहिए। दानसिंह रावल एडवोकेट ने आरक्षण खत्म करने की वकालत करते हुए कहा कि कानून के समक्ष सब बराबर होने चाहिए।
विचारक ध्रुवचंद्र मिश्र ने कहा कि आरक्षण का लाभ वास्तविक लोगों को न मिलकर चंद लोगों में सिमट गया है। छात्रनेता विवेकानंद सिंह ने कहा कि जातिगत आरक्षण राजनीतिक हथियार बन गया है, जिसका वास्तविक लाभ दलितों एवं पिछड़ों के ‘क्रीमी लेयर’ के लोग ही उठा रहे हैं।
संगोष्ठी में वक्ताओं ने कहा, समाज को तोड़ रहा जातिगत आरक्षण
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