सतत मूल्यांकन पद्धति से परीक्षा परिणाम बेहतर बनाएं शिक्षक

बस्ती : बच्चों में बिना तनाव के परीक्षा परिणाम बेहतर बनाने में शिक्षकों को सतत मूल्यांकन पद्धति का अनुसरण करना चाहिए। इससे जहां बच्चों में शिक्षा के प्रति लगन बढ़ेगी वहीं शिक्षकों को अपनी प्रतिभा निखारने का भी अवसर मिलेगा।

यह उद्गार सेंस्टम लर्निंग लिमिटेड नई दिल्ली के तत्वावधान में शनिवार को जागरण पब्लिक स्कूल में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिन शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए बी ¨सह व तृप्ति राय ने व्यक्त किया। बी ¨सह ने कहा कि सतत मूल्यांकन पद्धति के अनुसरण से शिक्षकों को अपनी शिक्षण पद्धति निखारने का अवसर मिलेगा। ऐसे में शिक्षकों को चाहिए कि वे इस पद्धति को अपनाएं
इससे पूर्व विद्यालय के प्रधानाचार्य राजीव आनंद ने सीबीएसइ से आए सदस्यों का स्वागत किया।
विद्यालय के प्रबंधक अर¨वद पांडेय व निदेशक डा. चंद्रप्रभा पांडेय ने कहा कि प्रशिक्षण से विद्यालय के शिक्षकों को अपनी प्रतिभा निखारने में सहयोग मिलेगा। इसका लाभ विद्यार्थी भी पाएंगे।
कार्यशाला में शिक्षक आलोक खरे,आनंद राजन पाल,अल्का शुक्ला,लीलावती शुक्ला,शाम्भवी मिश्रा,समीक्षा पाल,प्रियंका पाण्डेय,शालिनी,दुर्गेश नन्दिनी तथा अजय विश्वकर्मा ने भाग लिया।

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