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ईरानी ने शिक्षकों के लिए शिक्षा पोर्टल की शुरुआत की

नई दिल्ली। शिक्षकों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल देते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने आज कहा कि कई लोग मानते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में कुछ भी "ाrक नहीं चल रहा है लेकिन जो लोग पदासीन हैं उनकी जिम्मेदारी है कि संदेश दें कि निश्चित समय सीमा के अंदर समाधान संभव है।

जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों (डीआईईटी) के लिए शिक्षक शिक्षण पोर्टल `प्रशिक्षक' की शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा का क्षेत्र चुनौतियों से भरा हुआ है जिसे कई लोग काफी उम्मीदों से देखते हैं। उन्होंने कहा, ``देश में जब शिक्षा पर चर्चा होती है तो उत्साह का माहौल नहीं दिखता। एक ही तरह के शब्द इसमें `कुछ भी "ाrक नहीं है' हर किसी की जुबान पर होता है।''  समारोह में मौजूद राज्य मंत्रियों और अधिकारियों की तरफ इंगित करते हुए ईरानी ने कहा, ``निश्चित समय सीमा के अंदर समाधान संभव होने का संदेश भेजना उन पर और हम पर निर्भर है।''   ईरानी ने कहा कि शिक्षकों को शिक्षा के लिए 1987 से ही केंदीय अनुदान मुहैया कराया जा रहा है लेकिन उनकी गुणवत्ता निर्धारित करने के लिए कोई राष्ट्रीय व्यवस्था नहीं है।     उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षण परिषद ःएनसीटीईः की रिपोर्ट में इस सिलसिले में व्यवस्था बनाने को कहा गया था और `प्रशिक्षक' पोर्टल गुणवत्ता का पैमाना होगा।    एचआरडी मंत्री ने कहा, ``गुणवत्ता ःशिक्षकों कीः पूरे देश में चिंता का विषय हो गई है। लेकिन वह गुणवत्ता क्या है जिसकी उम्मीद की जाती है? क्या इसे इस बात से परिभाषित किया जाएगा कि आपका पा"dयक्रम कितने अच्छे तरीके से बना है? क्या इस बात से इसे परिभाषित किया जाएगा कि पिछली बार कब पा"dयक्रम संशोधित किया गया था? वर्तमान जरूरतों को पूरा करने के लिए कब इसमें बदलाव लाया गया गया था? क्या गुणवत्ता इस बात से परिभाषित होगी कि कितने लोगों को नौकरी मिली? इस तरह की निगरानी व्यवस्था मौजूद नहीं थी जो अब `प्रशिक्षक' के माध्मय से उपलब्ध होगी।''  ईरानी ने कहा कि पोर्टल मानक तथा शिक्षकों, रिक्त स्थानों और शिक्षा के बारे में अन्य महत्वपूर्ण आंकड़े उपलब्ध कराएगा जिससे केंद के साथ ही राज्यों को भी फायदा होगा।  उन्होंने मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री उपेन्द कुशवाहा की टिप्पणी का उल्लेख किया कि जमीनी हकीकत और आंकड़े में हमेशा फासला होता है। ईरानी ने कहा कि यह सच है और अपर्याप्त निगरानी का परिणाम है।  ईरानी ने कहा कि यह पोर्टल शुरू में डीआईईटी पर आंकड़े बताएगा लेकिन जल्द ही इसमें देश के अन्य शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों को भी शामिल किया जाएगा।
 उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय ने विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षकों की उपलब्धता को लेकर एक सर्वेक्षण भी कराया था।  उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अंत तक सभी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों को एक...दूसरे से जोड़ा जाएगा। ईरानी ने कहा कि अभिभावकों और स्थानीय लोगों से मिली प्रतिक्रिया का इस्तेमाल शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार देने में किया जाना चाहिए। स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग की सचिव एस सी खुंटिया ने कहा कि शिक्षकों के शिक्षण संस्थानों में 38 फीसदी पद खाली हैं।
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