कल के हाईकोर्ट के आर्डर पर एस.के. पाठक और कपिल देव यादव का क्या कहना है पढ़ें विस्तार से ....

कल के हाईकोर्ट के आर्डर पर एस के पाठक और कपिल देव यादव का क्या कहना है पढे़–
सुप्रीम कोर्ट के अंतिम आदेश में 72825+ 72825 दोनो विज्ञापन पे भर्ती होगी सरकार के पद रिक्त ना होने का बहाना करने पे टेट फेल SM बाहर होंगे लेकिन टेट पास SM सुरक्षित रहेंगे
20 नवम्बर 2013 के बाद हुई सभी भर्ती पूर्ण रूप से सुरक्षित होगी
NCTE को अपने नियमावली के सभी तथ्यों को स्पष्ट रूप से व्याख्या ना करने के लिये फटकार लगेगी
भविष्य में शिक्षक भर्ती के लिये सभी राज्यों के लिये एक नई गाइडलाइन बनेगी
इसके भिन्न अलग कुछ हुआ तो अखिलेश सरकार में हुई सभी भर्तीया रद्द होगी
ये मेरा व्यक्तिगत विचार है
कपिल देव यादव की
 दूसरा पोस्ट
टेट का वेटेज नही दिया गया इसलिये 15वा 16 वा संशोधन रद्द हाईकोर्ट
वेटेज को सलेक्शन बेस बना दिया इसलिये 12 वा संशोधन भी रद्द सुप्रीम कोर्ट
अगर फाइनल ऑर्डर ऐसा रहा तो UPTET 2011 पास सबकी जिंदगी रद्द



एस के पाठक की पोस्ट


S.k. Pathak with Yogendra Yadav.
सत्यमेव जयते .....
यतोधर्मस्ततोजयः
योग्यता के ध्वजवाहक मेरे प्यारे साथियों आपकी इस प्रचण्ड विजय पर
आप सभी को हार्दिक बधाई ।यह आप सभी की जीत है शीश झुकाक
र आप सभी को समर्पित कर रहा हूँ ।ये आप सभी का परिश्रम ही है जिसने काल के कपाल पर ऐसा अमिट अंकन कर दिया की वह चिर काल तक अविस्मरणीय बना रहेगा ।
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा जगत में स्वतंत्रता के बाद से अब तक चली आ रही अव्यवस्थाएं और विसंगतियां आज इतिहास का विषय वस्तु हो गईं ।
चार वर्षों से चल रहे इस मौन और शांत संघर्ष का परिणाम आज भावुक कर गया ।कहने को ज्यादा शब्द नहीं है ।जोगेंद्र यादव का समर्पित भाव से किया गया परिश्रम मेरे लिए विशिष्ट सम्बल बना ऐसा कहने से मैं अपने आपको रोक नहीं पा रहा हूँ । खैर .......
61 पेज के इस विनिर्णय में .....
१-15वें और 16वें संशोधन को निरस्त करने वाली हमारी समस्त याचिकाओं को स्वीकार करते हुए माननीय न्यायालय द्वारा 15 वें और 16 वें संशोधन को निरस्त कर दिया गया है ।
2-NCTE की 11 फरवरी की गाइड लाइन की धारा 9 की उपधारा B (शुड गिव वेटेज) को असंवैधानिक घोषित करने की मांग करने वाली समस्त याचिकाओं को सिरे से ख़ारिज कर दिया गया है ।
3-गणित विज्ञान समेत अन्य समस्त भर्तियों में अवैध रूप चयनितों को उनके उसी स्टेटस पर अपनी बात उच्चतम न्यायालय में रखने के अलावा कोई और राहत नहीं दी गयी ।
सार संक्षेप में ये भी शिक्षा मित्रों के स्टेटस को प्राप्त कर चुके हैं ।
माननीय न्यायालय ने अपने इस विनिश्चय से एक तरफ जहाँ उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा जगत में अराजकता के युग का अंत कर दिया वहीं साथ साथ"क्वालिटी फर्स्ट"" के सिद्धांत पर भी अपनी मुहर लगा दी ।
परमपिता परमात्मा की कृपा से अब जब विरोधियों का आधार और नैतिक बल पहले से भी अधिक क्षीण हो चुका है यह निर्णय माननीय उच्चतम न्यायालय में चल रहे आपके मूल मुकदमे को न केवल और अधिक बल देने में सहायक सिद्ध होगा अपितु उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा जगत में शिक्षक बनने हेतु आशान्वित योग्य युवाओं ,नौनिहालों के साथ साथ सम्पूर्ण भारत में शिक्षा के क्षेत्र में एक स्वर्णिम युग के सूत्रपात का अनिवार्य कारक बनेगा ।
आप सभी के प्यार और आशीर्वाद की आकांक्षा के साथ अंत में सिर्फ इतना कहना चाहूंगा...
क्या हार में क्या जीत में..
किञ्चित नहीं भयभीत मैं...
कर्तव्य पथ पर जो मिला.....
यह भी सही वह भी सही.........
हार नहीं मानूंगा..वरदान नहीं मांगूंगा...........
अग्रिम रणनीति के संदर्भ में आप जोगेंद्र यादव 8115546070 पर संपर्क कर सकते हैं ।
सधन्यवाद
आपका
एस के पाठक
12/3/16
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines