ऑनलाइन सिस्टम रोकेगा ‘शिक्षक फर्जीवाड़ा़

 डॉ. भीमराव अंबेडकर विवि निजी कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति में होने वाले फर्जीवाड़े पर लगाम कसेगा। मानकों को पूरा करने के लिए कई-कई कॉलेजों द्वारा प्रयोग में लाए जा रहे एक ही व्यक्ति के प्रमाण पत्रों के खेल को खत्म करने की योजना बना ली है। विवि अब सभी कॉलेजों के शिक्षकों को यूनिक आईडी देगा।
सबसे खास बात यह है कि इस यूनिक आईडी से शिक्षक का पैनकार्ड लिंक किया जाएगा। बता दें कि विवि के कॉलेज मानकों को पूरा करने के लिए शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति का खेल करते हैं। पिछले दिनों में विवि स्तर से हुई जांचों में भी यह सामने आ चुका है कि एक ही शिक्षक के प्रमाण पत्र कई कॉलेजों ने प्रयोग में लाए थे। इस खेल को खत्म करने के लिए कुलपति डॉ. अरविंद कुमार दीक्षित ने खाका खींच लिया। विवि अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद फैसला लिया गया कि अब विवि सभी शिक्षकों की यूनिक आईडी जारी करेगा। इसमें शिक्षकों के प्रमाण पत्रों और दूसरी जानकारियां होंगी। इस यूनिक आईडी को विवि शिक्षक के पैनकार्ड और आधार कार्ड के लिंक करेगा। इस कवायद से विवि यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है जिससे कॉलेजों में मानकों के अनुसार शिक्षक हो सकें और छात्रों को बेहतर शिक्षण मिल सके। विवि के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. गिरिजाशंकर शर्मा ने बताया कि शिक्षकों को यूनिक आईडी देने का कार्य इसी सत्र से शुरू हो जाएगा। इसके लिए कॉलेजों से शिक्षकों का डाटा मांगा जाएगा। इसके बाद यूनिक आईडी तैयार की जाएगी और इसे पैन कार्ड-आधार से लिंक कर दिया जाएगा।
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