UP BOARD: मूल्यांकन पारिश्रमिक के लिए परीक्षक परेशान,कई बार शिक्षक संगठन वित्त विभाग को सौंप चुके हैं ज्ञापन

इलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा विभाग के वित्त विभाग की परीक्षकों पर भारी पड़ रही है। यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन पारिश्रमिक अधर में लटका हुआ है। यही स्थिति रही तो बोर्ड परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए परीक्षक नहीं मिलेंगे।
परीक्षकों के पारिश्रमिक का भुगतान करने के लिए कई बार शिक्षक संगठन वित्त विभाग को ज्ञापन सौंप चुके हैं। 1शैक्षिक सत्र 2015-16 में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए शिक्षा अफसरों ने चार हजार परीक्षकों की डयूटी लगाई थी। इन परीक्षकों को उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने का दायित्व सौंपा गया था। चार हजार परीक्षकों ने दो लाख कापियों का मूल्यांकन किया था। अक्सर परीक्षक कापियों के मूल्यांकन पारिश्रमिक की मांग को लेकर डीआइओएस से संपर्क करते हैं। पारिश्रमिक का भुगतान नहीं होने से परीक्षकों में आक्रोश है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डा. शैलेष पांडेय ने बताया कि उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन पारिश्रमिक के लिए कई बार डीआइओएस को ज्ञापन सौंपा जा चुका है। उन्होंने बताया कि मार्च माह के द्वितीय सप्ताह से बोर्ड परीक्षा शुरू होने जा रही है। बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। इधर जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव ने बताया कि परीक्षकों के पारिश्रमिक भुगतान के लिए वित्त एवं लेखा अधिकारी को उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन पारिश्रमिक भुगतान के लिए पत्र लिखा जा चुका है। जल्द ही परीक्षकों के खाते में पारिश्रमिक पहुंच जाएगा।

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