केंद्रीय विद्यालय संगठन की वेबसाइट काफी सालों से अपने शिक्षकों के मैट्रमोनियल सर्विस दे रही है। इसकी मैट्रमोनियल लिंक पर क्लिक करके सौ से ज्यादा शिक्षकों की पर्सनल जानकारी सामने आ जाती है।
हालांकि चिंता का सबब यह है कि इस सूचना का दुरुपयोग साइबर अपराधी कर सकते हैं क्योंकि यह जानकारी सार्वजनिक है।
दूसरी मेट्रीमोनियल वेबसाइट: मैट्रीमोनियल वेबसाइट की बात करें तो यहां पर आपको किसी भी लड़के और लड़की की जानकारी पाने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होता है। इसके बाद ही आप उस जानकारी का इस्तेमाल कर सकते हैं। यहां पर भी फोन नंबर और डेट ऑफ बर्थ का पता लगाना उतना आसान नहीं होता है जितना केवीएस की वेबसाइट में है।
100 से ज्यादा अनमैरिड टीचर्स की है जानकारी
केंद्रीय विद्यालय संगठन एक ऑटोनोमस बॉडी है जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत आती है। इस वेबसाइट के मैट्रीमोनियल लिंक पर जाकर आप करीब 100 से ज्यादा अनमैरिड टीचर्स की ईमेल आईडी, डेट ऑफ बर्थ, उनका मोबाइल नंबर, होमटाउन, वो कहां काम कर रहे हैं और कहां से हैं जैसी जानकारी शेयर की गई है। टीचर्स की लिस्ट के बाद आखिर में यह भी लिखा गया है कि केवीएस इस जानकारी में किसी भी गलती के लिए जिम्मेदार नहीं है।
साइबर सुरक्षा की दृष्टि से नहीं है सही
रिपोर्ट के अनुसार, वेबसाइट के इस मेट्रोमोनियल वेब पेज की जानकारी सिर्फ यहां काम करने वाले अविवाहित शिक्षकों के लिए ही है। लेकिन गलती से यह पब्लिक है। इससे दुनिया के किसी भी कोने में बैठा कोई शख्स महिला शिक्षकों की निजी जानकारी का गलत इस्तेमाल कर सकता है। वहीं जो निजी मैट्रीमोनियल वेबसाइट्स हैं उसमें किसी भी रजिस्टर्ड सदस्य की निजी जानकारियां जैसे मोबाइल नंबर आदि नहीं लिया सकता। दुनिया में साइबर हमलों के प्रति संवेदनशील देशों की सूची में भारत का स्थान पांचवां है। वास्तविक समय में किसी की निजी जानकारियों का सार्वजनिक हो जाना सुरक्षा की दृष्टि से कई तरह के गंभीर खतरे उत्पन्न करता है।
पहले भी सार्वजनिक हो चुकी है जानकारी
इसी तरह का घटनाक्रम करीब एक साल पहले चेन्नई नगर पालिका की वेबसाइट पर देखने को मिला था। इसके तहत संस्थान की वेबासाइट पर अपने नागरिकों की जन्म व मृत्यु की जानकारी सार्वजनिक हो गई थी।
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
हालांकि चिंता का सबब यह है कि इस सूचना का दुरुपयोग साइबर अपराधी कर सकते हैं क्योंकि यह जानकारी सार्वजनिक है।
- 22 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में दो बरिष्ठ सिनिअर टाप अधिवक्ताओ का संस्तुति प्राप्त : गाजी इमाम आला
- सुनवाई सार सुप्रीम कोर्ट 30/01/2017 : सरकारी पक्ष को फटकार , अब मामला 22 फरवरी को सुना जाएगा
- जूनियर केस भी बढ़ा टेट मेरिट की तरफ, अगली तारीख 22 फरवरी : जूनियर टेट मोर्चा उत्तर प्रदेश
- टेट याचियो का घोषणापत्र , याची हित सर्वोपरी
- सुप्रीमकोर्ट अपडेट: बिना किसी अंतरिम आदेश को पारित किये मेटर 22 फरवरी से टैग, पढ़ें आज की सुनवाई का सार
दूसरी मेट्रीमोनियल वेबसाइट: मैट्रीमोनियल वेबसाइट की बात करें तो यहां पर आपको किसी भी लड़के और लड़की की जानकारी पाने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होता है। इसके बाद ही आप उस जानकारी का इस्तेमाल कर सकते हैं। यहां पर भी फोन नंबर और डेट ऑफ बर्थ का पता लगाना उतना आसान नहीं होता है जितना केवीएस की वेबसाइट में है।
100 से ज्यादा अनमैरिड टीचर्स की है जानकारी
केंद्रीय विद्यालय संगठन एक ऑटोनोमस बॉडी है जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत आती है। इस वेबसाइट के मैट्रीमोनियल लिंक पर जाकर आप करीब 100 से ज्यादा अनमैरिड टीचर्स की ईमेल आईडी, डेट ऑफ बर्थ, उनका मोबाइल नंबर, होमटाउन, वो कहां काम कर रहे हैं और कहां से हैं जैसी जानकारी शेयर की गई है। टीचर्स की लिस्ट के बाद आखिर में यह भी लिखा गया है कि केवीएस इस जानकारी में किसी भी गलती के लिए जिम्मेदार नहीं है।
साइबर सुरक्षा की दृष्टि से नहीं है सही
रिपोर्ट के अनुसार, वेबसाइट के इस मेट्रोमोनियल वेब पेज की जानकारी सिर्फ यहां काम करने वाले अविवाहित शिक्षकों के लिए ही है। लेकिन गलती से यह पब्लिक है। इससे दुनिया के किसी भी कोने में बैठा कोई शख्स महिला शिक्षकों की निजी जानकारी का गलत इस्तेमाल कर सकता है। वहीं जो निजी मैट्रीमोनियल वेबसाइट्स हैं उसमें किसी भी रजिस्टर्ड सदस्य की निजी जानकारियां जैसे मोबाइल नंबर आदि नहीं लिया सकता। दुनिया में साइबर हमलों के प्रति संवेदनशील देशों की सूची में भारत का स्थान पांचवां है। वास्तविक समय में किसी की निजी जानकारियों का सार्वजनिक हो जाना सुरक्षा की दृष्टि से कई तरह के गंभीर खतरे उत्पन्न करता है।
पहले भी सार्वजनिक हो चुकी है जानकारी
इसी तरह का घटनाक्रम करीब एक साल पहले चेन्नई नगर पालिका की वेबसाइट पर देखने को मिला था। इसके तहत संस्थान की वेबासाइट पर अपने नागरिकों की जन्म व मृत्यु की जानकारी सार्वजनिक हो गई थी।
- शिक्षक एकेडमिक भर्ती केस: सुप्रीम कोर्ट में आज की सुनवाई का आँखों देखा हाल, जानने के लिए इसी लिंक को रिफ्रेश करें
- टेट मोर्चा आपके हितों के प्रति प्रतिबद्ध है शीघ्र ही निकाल लिया जाएगा हल : एस के पाठक
- आगामी 22 feb का दिन निर्णायक साबित होगा : 72825 selected teachers group
- UPTET बिग ब्रेकिंग न्यूज़ः बीजेपी की सरकार बनने पर किया जाएगा TET पास का समायोजन
- आज के लगभग डेढ़ साल पहले मोदी उवाच : शिक्षामित्रों की जिम्मेदारी मेरी
- 7th pay commission: अगले आदेश तक सातवें वेतन आयोग पर लगी रोक
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
0 Comments