शिक्षा विभाग ने किया फर्जी नियुक्तियों का खुलासा

एनबीटी, लखनऊ : शहर के माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में शिक्षक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती में फर्जीवाड़ा किए जाने का खुलासा हुआ है। सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूलों में लगभग 30 शिक्षक और 50 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्तियों में गड़बड़ी सामने आई है।
प्रारंभिक कार्रवाई करते हुए डीआईओएस मुकेश कुमार सिंह की ओर से सभी का वेतन रोक दिया गया है। साथ ही सभी मामलों की जांच भी की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, कई ऐसे शिक्षक और कर्मचारी भी सामने आए हैं, जिनकी कोर्ट में याचिका खारिज होने के बाद वेतन जारी कर दिया गया। ज्यादातर मामले अल्पसंख्यक और बालिका विद्यालयों से जुड़े हैं। शिक्षा विभाग ने इनके वेतन रोककर आगे की जांच शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई से कई शीर्ष के अधिकारियों में खलबली मंच गई है, क्योंकि यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।

माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक 2014 के गजट में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की तैनाती आउटसोर्सिंग से होने की बात कही गई है। इसके बाद भी एक पुरानी रिट को आधार बनाकर 2015 से 2017 के बीच 88 पदों पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्तियां की गई। इनमें बड़े पैमाने पर नियुक्तियों में फर्जीवाड़ा किया गया है। संगठन की ओर से पूर्व में कई बार यह मुद्दा उठाया गया था। डीआईओएस के कार्य की संगठन सराहना करता है। - आरपी मिश्रा, प्रदेशीय मंत्री माध्यमिक शिक्षक संघ

शिक्षक और कर्मचारियों की कई नियुक्तियों में फर्जीवाड़ा सामने आया है, इसलिए ऐसे सभी प्रकरणों में वेतन रोक दिया गया है। साथ ही आगे की कार्रवाई के लिए भी लिखा गया है। - मुकेश कुमार सिंह, डीआईओएस
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