यूपी के ग्रामीण स्कूलों में शिक्षकों के 46 हजार से ज्यादा पद खाली , इन जिलों में है शिक्षकों की कमी

यूपी के ग्रामीण स्कूलों में शिक्षकों के 46 हजार से ज्यादा पद खाली
यूपी के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के 46,560 पद खाली हैं। ग्रामीण विद्यालयों में प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक के कुल 4,00,691 पदों में से 3,54,131 प्रधानाध्यापक एवं सहायक अध्यापक कार्यरत हैं।

प्रदेश के 15 जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं। वहीं, चार जिलों में ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिक्षक सरप्लस हैं।

प्रदेश में 1,12,747 प्राथमिक और 45,649 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। इनमें से ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के 86,560 पद हैं, इनमें से 72,171 प्रधानाध्यापक कार्यरत हैं, जबकि 14389 पद रिक्त हैं।

इसी प्रकार सहायक अध्यापक के 3,14,131 पद सृजित हैं। इनमें 2,81,960 सहायक अध्यापक कार्यरत हैं और 32,171 पद रिक्त हैं।

इन जिलों में है शिक्षकों की कमी

संतकबीरनगर, मऊ, रायबरेली और गाजियाबाद के ग्रामीण स्कूलों में सृजित पदों से ज्यादा शिक्षक कार्यरत हैं, वहीं, गाजीपुरा, बांदा, सुल्तानपुर, महाराजगंज, रामपुर, सोनभद्र, बहराइच, बलरामपुर, हरदोई, कुशीनगर, लखीमपुर, गोंडा, जौनपुर, बदायूं और सीतापुर में शिक्षकों की कमी है।

ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के कारण शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। तबादलों के दौरान विभाग सरप्लस शिक्षकों को शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में समायोजित करेगा।

प्राथमिक विद्यालयों में 12,460 सहायक अध्यापकों, 4000 उर्दू अध्यापकों और 6500 प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति की कार्यवाही चल रही है। इनके अतिरिक्त 1064 प्रशिक्षु शिक्षकों को मौलिक नियुक्ति के आदेश भी जारी किए जा चुके हैं।


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