इलाहाबाद : शहर को स्मार्ट सिटी बनने के क्रम में नगर निगम अपनी व्यवस्थाएं दिनों-दिन अपग्रेड करने में जुटा है। शहरियों की सुविधाओं के लिए तमाम व्यवस्थाएं ऑनलाइन की जा चुकी हैं।
अब कथित भ्रष्टाचार पर नियंत्रण लगाने के लिए निगम ने कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने पर सभी भुगतान आरटीजीएस के जरिये सीधे बैंक खाते में भेजने का निर्णय लिया है। ठेकेदारों का भी भुगतान इसी तरीके से होगा। हालांकि, कर्मचारियों के वेतन और पेंशनरों की पेंशन पहले से ही सीधे उनके खाते में जाती रही है, लेकिन कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने और सफाईकर्मियों को त्योहारों के समय भुगतान चेक के जरिये किया जाता था। कर्मचारियों के रिटायर होने पर उन्हें तीन तरह का चेक (ग्रेच्युटी, अवकाश नकदीकरण, बीमा) मिलता है। सूत्र बताते हैं कि कर्मचारियों को इसके चेक पाने के लिए कुछ चढ़ावा चढ़ाना पड़ता था। इसकी शिकायत नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया तक पहुंची तो उन्होंने अफसरों संग बैठक कर चेक व्यवस्था को खत्म करने का निर्णय लिया। कार्यालय अधीक्षक वीरेंद्र खरे के मुताबिक, अब नगर आयुक्त और मुख्य लेखाधिकारी की ओर से संयुक्त लेटर बैंक मैनेजर को भेजा जाएगा कि संबंधित कर्मचारी और ठेकेदार का भुगतान उनके खाते में भेज दिया जाए। वर्तमान में नगर निगम में करीब छह हजार कर्मचारी और लगभग सौ-डेढ़ सौ रजिस्टर्ड ठेकेदार हैं।\
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
अब कथित भ्रष्टाचार पर नियंत्रण लगाने के लिए निगम ने कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने पर सभी भुगतान आरटीजीएस के जरिये सीधे बैंक खाते में भेजने का निर्णय लिया है। ठेकेदारों का भी भुगतान इसी तरीके से होगा। हालांकि, कर्मचारियों के वेतन और पेंशनरों की पेंशन पहले से ही सीधे उनके खाते में जाती रही है, लेकिन कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने और सफाईकर्मियों को त्योहारों के समय भुगतान चेक के जरिये किया जाता था। कर्मचारियों के रिटायर होने पर उन्हें तीन तरह का चेक (ग्रेच्युटी, अवकाश नकदीकरण, बीमा) मिलता है। सूत्र बताते हैं कि कर्मचारियों को इसके चेक पाने के लिए कुछ चढ़ावा चढ़ाना पड़ता था। इसकी शिकायत नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया तक पहुंची तो उन्होंने अफसरों संग बैठक कर चेक व्यवस्था को खत्म करने का निर्णय लिया। कार्यालय अधीक्षक वीरेंद्र खरे के मुताबिक, अब नगर आयुक्त और मुख्य लेखाधिकारी की ओर से संयुक्त लेटर बैंक मैनेजर को भेजा जाएगा कि संबंधित कर्मचारी और ठेकेदार का भुगतान उनके खाते में भेज दिया जाए। वर्तमान में नगर निगम में करीब छह हजार कर्मचारी और लगभग सौ-डेढ़ सौ रजिस्टर्ड ठेकेदार हैं।\
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines