प्रदेश शासन ने परिषदीय स्कूलों में रिक्त सहायक अध्यापकों के पद पर भर्ती के लिए वर्ष 2016 में 15,000 और फिर 16,448 विज्ञापन निकाला था। इन दोनों भर्तियों की चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद शिक्षकों को अलग-अलग ब्लॉकों के प्राथमिक स्कूलों में तैनाती दी गई थी। तैनाती पाने वाले सभी शिक्षकों को वेतन देने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने उनके शैक्षिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया तो बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई।
सर्वाधिक गड़बड़ी बीएलएड व संस्कृत विश्वविद्यालयों से जारी शैक्षिक प्रमाण पत्रों में सामने आई है। विभाग को प्राप्त सत्यापन रिपोर्ट में 18 शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी होने की पुष्टि के बाद बीएसए राजकुमार पंडित ने सभी को नोटिस देकर हफ्ते भर में जवाब मांगा है। जवाब समुचित नहीं होने की दशा में सभी को सेवा समाप्ति का अल्टीमेटम दिया गया है।
बाजार शुकुल में सर्वाधिक सात शिक्षक
जिन शिक्षकों को बर्खास्तगी की नोटिस दी गई है, उनमें सर्वाधिक सात बाजार शुकुल ब्लॉक के हैं। शेष शिक्षकों में चार सिंहपुर, तीन भादर, तीन जामों और एक जगदीशपुर का है।
जल्द होगी कार्रवाई : बीएसए
बीएसए राजकुमार पंडित ने बताया कि 18 शिक्षकों में सात की बीएलएड, छह की स्नातक व शेष की संस्कृत विद्यालयों से जारी पूर्व मध्यमा, उत्तर मध्यमा, शास्त्री व आचार्य की डिग्रियां फर्जी होने की रिपोर्ट मिली है। सभी को बर्खास्तगी का नोटिस देकर अंतिम जवाब मांगा गया है। जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर सभी को बर्खास्त कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
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