मथुरा
में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही एसटीएफ को अभी तक हो चुकीं
गिरफ्तारियों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक प्रदेश में 2000 से भी
ज्यादा नियुक्तियां फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हुई हैं।
शिक्षा विभाग, सिंचाई, नहर और बैंक के साथ कई अन्य विभागों में फर्जी भर्तियों का सुराग एसटीएफ को मिला है। माना जा रहा है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से जल्द ही गिरफ्तारियां की जाएंगी।
सरकारी विभागों में जालसाजी करके नौकरी लगवाने वाले रैकेट का नेटवर्क ध्वस्त करने में जुटी एसटीएफ ने तीन दिन पहले शिक्षक भर्ती घोटाले के मास्टरमाइंड राजवीर गुर्जर को गिरफ्तार किया था।
तीन आरोपी हैं फरार
उसके तीन साथी जो इस पूरे नेटवर्क का अहम हिस्सा हैं, वे अभी फरार हैं। इनकी तलाश की जा रही है। एसटीएफ के अफसरों का कहना है कि इस नेटवर्क से जुड़े जितने लोगों की अभी तक गिरफ्तारियां हुईं हैं।
उनसे पूछताछ में जो जानकारी मिल रही है उसके हिसाब से अभी तक 2000 से ज्यादा फर्जी नियुक्तियां सरकारी विभागों में हो चुकी हैं। शिक्षा विभाग, बैंक, सिंचाई और नहर विभाग के साथ कई अन्य विभागों में भर्तियां कराने के भी अहम सुराग हाथ लगे हैं।
डायरी में ही 250 लोगों के नाम
राजवीर गुर्जर की गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से एक डायरी मिली थी, जिसमें डेढ़ करोड़ के लेनदेन का जिक्र किया गया है। 28 नियुक्तियों के बारे में भी डायरी में लिखा हुआ है। इस डायरी में 250 लोगों के नाम लिखे हुए हैं। कुछ के सामने मोबाइल नंबर लिखा है जबकि कुछ के आगे पता।
माना जा रहा है कि यह सभी वे लोग होंगे जिनकी नियुक्तियां कराई गईं होंगी। इस डायरी में श्रावस्ती, सीतापुर, गोंडा, बहराइच, बांदा, कानपुर, अलीगढ़, फैजाबाद, गोरखपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल के शहरों का जिक्र किया गया है।
एसटीएफ के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि चार टीमों को लगा दिया गया है। फरार लोगों की गिरफ्तारी के बाद स्थिति साफ हो जाएगी। इस गैंग से कौन कौन जुड़ा है इसका भी पता चल सकेगा।
शिक्षा विभाग, सिंचाई, नहर और बैंक के साथ कई अन्य विभागों में फर्जी भर्तियों का सुराग एसटीएफ को मिला है। माना जा रहा है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से जल्द ही गिरफ्तारियां की जाएंगी।
सरकारी विभागों में जालसाजी करके नौकरी लगवाने वाले रैकेट का नेटवर्क ध्वस्त करने में जुटी एसटीएफ ने तीन दिन पहले शिक्षक भर्ती घोटाले के मास्टरमाइंड राजवीर गुर्जर को गिरफ्तार किया था।
तीन आरोपी हैं फरार
उसके तीन साथी जो इस पूरे नेटवर्क का अहम हिस्सा हैं, वे अभी फरार हैं। इनकी तलाश की जा रही है। एसटीएफ के अफसरों का कहना है कि इस नेटवर्क से जुड़े जितने लोगों की अभी तक गिरफ्तारियां हुईं हैं।
उनसे पूछताछ में जो जानकारी मिल रही है उसके हिसाब से अभी तक 2000 से ज्यादा फर्जी नियुक्तियां सरकारी विभागों में हो चुकी हैं। शिक्षा विभाग, बैंक, सिंचाई और नहर विभाग के साथ कई अन्य विभागों में भर्तियां कराने के भी अहम सुराग हाथ लगे हैं।
डायरी में ही 250 लोगों के नाम
राजवीर गुर्जर की गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से एक डायरी मिली थी, जिसमें डेढ़ करोड़ के लेनदेन का जिक्र किया गया है। 28 नियुक्तियों के बारे में भी डायरी में लिखा हुआ है। इस डायरी में 250 लोगों के नाम लिखे हुए हैं। कुछ के सामने मोबाइल नंबर लिखा है जबकि कुछ के आगे पता।
माना जा रहा है कि यह सभी वे लोग होंगे जिनकी नियुक्तियां कराई गईं होंगी। इस डायरी में श्रावस्ती, सीतापुर, गोंडा, बहराइच, बांदा, कानपुर, अलीगढ़, फैजाबाद, गोरखपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, मेरठ, गाजियाबाद, सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल के शहरों का जिक्र किया गया है।
एसटीएफ के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि चार टीमों को लगा दिया गया है। फरार लोगों की गिरफ्तारी के बाद स्थिति साफ हो जाएगी। इस गैंग से कौन कौन जुड़ा है इसका भी पता चल सकेगा।