इलाहाबाद:सूबे की योगी
सरकार में पहली शिक्षक भर्ती का रिजल्ट सोमवार की शाम को घोषित कर दिया गया
। इस परीक्षा में 68500 सहायक अध्यापक के लिए 2018 की परीक्षा में 41556
अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं। सूबे में सरकार बदलने के बाद लगातार शिक्षक
भर्ती को लेकर योगी सरकार पर दबाव था ।
योगी सरकार परीक्षा में पारदर्शिता
को बनाये रखने के लिए पहली बार सहायक अध्यापक भर्ती में साक्षात्कर को
खत्म करके परीक्षा के आधार पर भर्ती का फैसला लिया था।
शिक्षक भर्ती 2018 के लिए 27 मई को प्रदेश
भर में लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी।जिसका परिणाम सोमवार की शाम सचिव
परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ सुत्ता सिंह ने घोषित किया। उन्होंने बताया
कि सहायक अध्यापक भर्ती में 125746 अभ्यर्थी पंजीकृत हुए थे।जिसकी परीक्षा
में107873 अभ्यर्थी ही सम्मिलित हुए थे। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ
सुत्ता सिंह की ओर से जारी परिणाम इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल याचिका के
अधीन है। कोर्ट में गई आपत्तियों या किसी तरह के मामले में हाइकोर्ट बदलाव
कर सकता है।
बता दें की हाईकोर्ट में याचिकाकर्ता
विद्याचरण शुक्ल सहित अन्य ने याचिका दाखिल की है। सचिव परीक्षा नियामक
प्राधिकारी के मुताबिक सहायक अध्यापक भर्ती का परिणाम कोर्ट द्वारा पारित
होने वाले निर्णय के अधीन होगा।सहायक शिक्षक भर्ती 2018 का परिणाम
http://upbasiceduboard.gov.in पर 30अगस्त तक देखा जा सकता है।सहायक भर्ती
परीक्षा के लिए प्रदेश में पहली बार लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी । जिसमे
एक लाख से अधिक परीक्षार्थी सम्मलित हुए थे।
प्रदेश में 68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा के
लिए एक बार फरवरी में आवेदन हुए थे, परीक्षा 12 मार्च को तय थी।लेकिन
टीइटी के प्रश्नों के विवाद को लेकर परीक्षा को टाल दिया गया था । सहायक
शिक्षक भर्ती को पारदर्शी तरीके से पूरा कराना योगी सरकार के लिए बड़ी
चुनौती रही।परीक्षा परिणाम को लेकर अभ्यर्थी लगातार मांग कर थे।इस परीक्षा
को सफल तरीके से पूरा कराना और परिणाम घोषित कर पाना योगी सरकार की सफलता
मानी जा रही है।