समायोजन रद्द होने के बाद पैसों की किल्लत झेल रहे शिक्षामित्र ने की आत्महत्या

बरेली। शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने के बाद पूरे प्रदेश से अलग- अलग तरह की खबरें आ रही हैं। बाल मुडवाने के बाद अब मामला आत्महत्या तक पहुंच गया है। यूपी के बरेली में रविवार की शाम एक शिक्षामित्र ने आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के पीछे आर्थिक वजहें बताई जा रही थीं।
कहा जा रहा है कि सैलरी कम होने के बाद से वह लगातार अवसाद में रहने लगा था। वह अपने घर का खर्च नहीं चला पा रहा था।

बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के रहने वाले एक शिक्षामित्र ने इसलिए आत्महत्या कर ली कि समायोजन रदद होने के बाद कम हुए वेतन के चलते वह अपने परिवार और अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा था। जानकारी के मुताबिक भोजीपुरा के रहने वाले महिपाल पुत्र भोलाराम समायोजन रद्द होने के बाद से काफी परेशान चल रहा था। महिपाल ने घर में उस समय फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली जब परिवार के लोग घर से बाहर थे।

मृतक महिपाल के भाई ने बताया कि समायोजन रद्द होने के बाद से ही उनका भाई काफी परेशान था। जिसके कारण उसने अपनी जान दे दी। शिक्षा मित्र की मौत की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

महिपाल के एक परिजन ने बताया कि भोजीपुरा के गांव अटापट्टी जनूबी के रहने वाले महिपाल अखिलेश सरकार में शिक्षा मित्र से सहायक अध्यापक बने थे और उनकी तैनाती बहेड़ी के भूला भकावा गाँव में हुई। महिपाल का स्कूल उनके गांव से 60 किलोमीटर दूर पर था जिसके वजह से महिपाल ने बहेड़ी में किराए पर कमरा लिया था लेकिन समायोजन रद्द होने के बाद वो अपने गाँव में रहने लगा।

रोजाना बाइक से स्कूल जाने में काफी खर्च होता था और बचत के नाम पर कुछ नहीं बचता था। जिससे महिपाल काफी परेशान रहने लगा था और यह महसूस करने लगा की उसके कारण उसका परिवार परेशान हो रहा था। इसी कारण महिपाल ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।