ललितपुर ब्यूरो : जनपद के निजी विद्यालय प्रबंधक जिलाधिकारी को चुनौती
दे रहे है। यही वजह है कि डीएम के आदेश के बाद भी प्राइवेट स्कूल परिवर्तित
समय पर संचालित नहीं किये जा रहे। डीएम के आदेश की अवहेलना होती देख
विभागीय अफसरों के भी हाथ-पाँव फूल गये।
सुबह के समय शीतलहर और ठण्ड से नौनिहालों को बचाने के मकसद से शिक्षक संगठनों की माँग पर जिलाधिकारी डॉ. रूपेश कुमार ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को स्कूलों के समय में परिवर्तन के निर्देश दिये। डीएम के आदेश मिलते ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय ने 9 दिसम्बर को एक आदेश जारी किया, जिसमें कहा गया कि 10 दिसम्बर से जनपद में संचालित परिषदीय/मान्यता प्राप्त/सहायता प्राप्त विद्यालयों का समय सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक कर दिया है। साथ ही मध्याह्न भोजन का अवकाश 12.30 बजे निर्धारित किया गया। उन्होंने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को भी विद्यालय समय परिवर्तन का पालन कराने के निर्देश दिये। बीएसए के आदेश जारी होने के बाद 10 दिसम्बर को परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय तो सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक खुले रहे, जबकि निजी विद्यालय प्रबंधकों को सूचना देरी से मिलने के कारण विद्यालय पूर्व के समय पर ही संचालित होते रहे। उसके बाद 11 व 12 दिसम्बर को अवकाश था। उम्मीद की जा रही थी कि बीएसए द्वारा जारी किये गये आदेश का पालन निजी विद्यालय प्रबंधकों द्वारा किया जायेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
मंगलवार 13 दिसम्बर को अधिकाँश निजी विद्यालयों ने समय परिवर्तन के आदेश को ज्यादा तवज्जाो नहीं दी और पूर्व के समय पर ही विद्यालय संचालित किया गया। सुबह-सुबह स्कूली वाहन शहर की गली और मुहल्लों में हॉर्न बजाते हुये देखे गये। नौनिहाल भी ठण्ड से ठिठुरते हुये गर्म कपड़ों से लदे स्कूली वाहन में बैठकर स्कूल पहुचे तो कईं को उनके अभिभावक अपने साथ स्कूल लेकर गये। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में तो आदेश का पालन देखा गया, लेकिन अधिकाँश निजी विद्यालयों के प्रबंधकों को बीएसए का सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक स्कूल संचालित करने का आदेश नागवार गुजरा। लिहाजा कुछ ने पूर्व के समय पर ही विद्यालय का संचालन किया तो किसी ने स्कूल समय में परिवर्तन करते हुये सुबह 9 बजे से विद्यालय संचालन का समय निर्धारित कर दिया। यानि दोनों ही स्थितियों में प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों के आदेश को दरकिनार कर स्कूल संचालित किये गये। इसकी भनक लगते ही प्रभारी खण्ड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र एन.एल. शर्मा ने मामले को गम्भीरता से लेते हुये नगर क्षेत्र में संचालित 95 निजी विद्यालय प्रबंधकों को नोटिस थमाते हुये परिवर्तित समय पर स्कूल संचालन नहीं करने के संबंध में स्पष्टीकरण तलब किया है। विभागीय अफसरों की सख्ती के चलते निजी विद्यालय प्रबंधकों में हड़कम्प मच गया।
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मंगलवार 13 दिसम्बर को अधिकाँश निजी विद्यालयों ने समय परिवर्तन के आदेश को ज्यादा तवज्जाो नहीं दी और पूर्व के समय पर ही विद्यालय संचालित किया गया। सुबह-सुबह स्कूली वाहन शहर की गली और मुहल्लों में हॉर्न बजाते हुये देखे गये। नौनिहाल भी ठण्ड से ठिठुरते हुये गर्म कपड़ों से लदे स्कूली वाहन में बैठकर स्कूल पहुचे तो कईं को उनके अभिभावक अपने साथ स्कूल लेकर गये। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में तो आदेश का पालन देखा गया, लेकिन अधिकाँश निजी विद्यालयों के प्रबंधकों को बीएसए का सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक स्कूल संचालित करने का आदेश नागवार गुजरा। लिहाजा कुछ ने पूर्व के समय पर ही विद्यालय का संचालन किया तो किसी ने स्कूल समय में परिवर्तन करते हुये सुबह 9 बजे से विद्यालय संचालन का समय निर्धारित कर दिया। यानि दोनों ही स्थितियों में प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों के आदेश को दरकिनार कर स्कूल संचालित किये गये। इसकी भनक लगते ही प्रभारी खण्ड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र एन.एल. शर्मा ने मामले को गम्भीरता से लेते हुये नगर क्षेत्र में संचालित 95 निजी विद्यालय प्रबंधकों को नोटिस थमाते हुये परिवर्तित समय पर स्कूल संचालन नहीं करने के संबंध में स्पष्टीकरण तलब किया है। विभागीय अफसरों की सख्ती के चलते निजी विद्यालय प्रबंधकों में हड़कम्प मच गया।
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