नियुक्ति की मांग को लेकर योगी सरकार के खिलाफ शिक्षकों ने शुरू किया आंदोलन

लखनऊ. शिक्षकों की भर्ती में हर रोज कोई न कोई नया विवाद खड़ा होता दिखाई दे रहा है। हालत यह हो गई है कि अब हर भर्ती प्रक्रिया में कोर्ट को दखल देना पड़ रहा है। कई बार अभ्यर्थी अपने पक्ष में आये कोर्ट के फैसले को लागू कराने के लिए भी आंदोलन करने को मजबूर हो रहे हैं।
अभ्यर्थियों के पक्ष में आये कई ऐसे आदेश हैं जिन्हें लागू करने में सरकार आनाकानी कर रही है। ताजा मामला डीएड डिग्री धारकों की नियक्ति से जुड़ा है। डिग्री धारकों ने लखनऊ के लक्ष्मण मेला ग्राउंड पर अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया है। अभ्यर्थियों की मांग है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए उन्हें नियुक्ति दी जाये।

क्या है मामला

डीएड डिग्री धारक मनीष कुमार पांडेय ने बताया कि वर्ष 2016 में प्राथमिक सहायक अध्यापक 16448 पदों पर भर्ती निकली थी। इसमें डीएड और डीएलएड डिग्री धारकों ने भी आवेदन किया था। पहले तो सरकार ने इन डिग्रीधारकों के आवेदन को मानने में आनाकानी की लेकिन बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर इनकी काउंसलिंग कराई गई और मेरिट में चयनित इन डिग्रीधारकों का स्थान भी सुरक्षित रखा गया। बाद में जब नियुक्ति की बारी आई तो शेष को नियुक्ति दे दी गई और उन्हें नियुक्ति नहीं दी गयी। वंचित अभ्यर्थी हाईकोर्ट चले गए जहाँ से फरवरी 2017 में इन शिक्षकों को नियुक्ति देने का निर्देश जारी किया गया। इसके बावजूद इन्हें नियुक्ति नहीं दी गयी।

शुरू किया प्रदर्शन


डीएड शिक्षक संघ ने लखनऊ के गोमती तट पर स्थित लक्ष्मण मेला ग्राउंड पर अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर दिया है। बुधवार को धरने के दूसरे दिन प्रदेश के विभिन्न हिस्से से आये अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। अभ्यर्थियों का कहना है कि 1500 से अधिक डिग्री धारक सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि कोर्ट का आदेश मानते हुए नियुक्ति दी जाये। अभ्यर्थियों का कहना है कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग करते हैं कि उनकी समस्याओं का संज्ञान लेकर जल्द कार्रवाई कराएं।
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